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Hindi News पश्चिम बंगाल महुआ मोइत्रा ने सवाल के बदले लिया गिफ्ट, टीएमसी नेता ने कहा, 'इस मामले पर नो कमेंट्स'

महुआ मोइत्रा ने सवाल के बदले लिया गिफ्ट, टीएमसी नेता ने कहा, 'इस मामले पर नो कमेंट्स'

महुआ मोइत्रा के खिलाफ भाजपा आक्रामक रुख अपनाए हुए है। महुआ मोइत्रा पर लगे घूसखोरी के आरोप पर जब टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष से सवाल किया गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि इसपर हमारी नजर है।

Mahua Moitra Bribery Allegations TMC General Secretary Kunal Ghosh SAID NO COMMENTS ON THIS ISSUE- India TV Hindi Image Source : ANI महुआ मोइत्रा के मामले पर टीएमसी नेता ने कहा नो कमेंट्स

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं। इस बाबत जब तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी कोई जवाब नहीं दे सकती है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई कमेंट नहीं। टीएमसी इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहेगी। इसका सवाब इससे संबंधित व्यक्ति ही दे सकता है न कि टीएमसी पार्टी। उन्होंने कहा कि हम मामले पर नजर बनाए हुए हैं लेकिन अभी इस बाबत कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। 

टीएमसी नेता ने कहा- नो कमेंट्स
बता दें कि भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगाए हैं। महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों के बाद भाजपा आक्रामक रुख अपना रही है। भाजपा का कहना है कि महुआ मोइत्रा को अपनी संसद सदस्यता छोड़ देना चाहिए या फिर सीएम ममता बनर्जी को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक निशिकांत दुबे ने मामले के घटनाक्रम पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का घ्यान आकर्षित करने की मांग की है और कहा है कि इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है। 

अडानी के पीछे पड़ीं महुआ मोइत्रा
इस मामले को ओम बिरला ने आचार समिति के पास भेज दिया है। बता दें कि महुआ मोइत्रा पर कोराबारी दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट लेकर संसद में उद्योगपति गौतम अडानी और उनके ग्रुप को लेकर सवाल पूछने का आरोप है। लोकसभा स्पीकर को लिखे अपने पत्र में निशिकांत दुबे ने दावा किय कि हाल तक लोकसभा में महुआ मोइत्रा ने 61 प्रश्न सदन में पूछे जिसमें से 50 प्रश्न अडानी ग्रुप पर केंद्रित थे। संसद की आचार समिति को भेजे गए एक हस्ताक्षरित हलफनामें में व्यापारी हीरानंदानी ने स्वीकार किया कि अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के लिए उन्होंने महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था।