भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरजी कर अस्पताल से जुड़े हुए कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस एक विलेन है, असल माफिया सरकार है। कोरोना काल में राजीव सिन्हा चीफ सेक्रेटी होते थे। उस समय साढ़े 23 करोड़ का सामान खरीदा गया था और इसकी असली कीमत मुश्किल से दो ढाई सौ करोड़ थी। बाद में सारा पैसा अभिषेक बनर्जी और उनके परिवार में बांट दिया गया।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज को लेकर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस अस्पताल से बांग्लादेश में दवाई बेंची जाती है। ऑर्गन्स की बिक्री होती है, बड़ा नेक्सस है और इस मामले में आरजी कर एक बड़ा किंग पिन है। हर एक साल दो साल में यहां डॉक्टर की मौत होती है।
अस्पताल के सामने की बस्ती है वजह
अर्जुन सिंह ने कहा कि इस घटना का एक भौगोलिक कारण है। इस अस्पताल के सामने एक बस्ती है, जहां सब अपराधी रहते हैं। उन्होंने पूरा कंट्रोल कर रखा है। अस्पताल में माफिया डॉक्टर और संदीप घोष इनका हेड है। एक व्यक्ति रणजीत घोष और संदीप घोष ममता के चहेते हैं। ये लोग ममता के किचन कैबिनेट हैं। अच्छे आईपीएस को साइड लाइन कर दिया गया है। इस तरह का एक नेक्सस खड़ा कर दिया गया है। लोगों में भय है, तिलस्म टूट गया है।
साथ न देने पार बेटी का मार दिया
अर्जुन सिंह ने कहा "बंगाल में इलाज कराने के लिए सबसे ज्यादा बांग्लादेश के लोग आते हैं और ऑर्गन बेचने का सबसे बड़ा किंग पिन आरजी कर अस्पताल है। उस बेटी को मारने की वजह एक बड़ा संदेश देना है कि जो हमारे साथ नहीं होगा उसको मार दिया जाएगा।"
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