पश्चिम बंगाल: बच्चा चुराने के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर की हत्या, एक गिरफ्तार
बुधवार की सुबह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में बच्चा चोर होने के संदेह में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी है और इस संबंध में एक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
कोलकाता: बुधवार सुबह पश्चिम बंगाल से एक मॉब लीचिंग का मामला सामने आया हैं। बुधवार की सुबह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में बच्चा चोर होने के संदेह में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी है और इस संबंध में एक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना आसनसोल के सालानपुर इलाके में हुई। इस घटना में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में कुछ अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
30 अगस्त को पश्चिम बंगाल विधानसभा में भीड़ हमले के संबंध में एक विधेयक पारित होने के बाद महज दो हफ्तो से भी कम समय में यह घटना हुई है। विधेयक में भीड़ के हमले में किसी व्यक्ति के घायल होने पर दोषियों को आजीवन कारावास और मृत्यु होने पर दोषियों के लिए मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है।
आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के अधिकारियों के मुताबिक इलाके में सुबह से ही संदिग्ध अवस्था में घूम रहे 35 से 40 साल के एक अज्ञात व्यक्ति को बच्चा चोर होने के संदेह में खंभे से बांधकर खुब पीटा गया। अधिकारियों ने बताया कि बाद खोल दिया गया था और फिर से उसकी पीटाई कर दी गई। बचाया। हालांकि बाद में सरकारी अस्पताल में ले जा कर पाता चला की उसकी मौत हो गयी।
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, ‘‘अब तक उस व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है। लेकिन हमने घटना के वायरल वीडियो के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और कुछ अन्य लोगों को हिरासत में लिया है।’’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू कर दी है । मॉब लीचिंग से सबंधित विधेयक 30 अगस्त को पारित होने के बाद से भीड़ हत्या की यह दूसरी घटना है। इससे पहले चार सितंबर को अज्ञात हमलावरो के हमले में कबीर शेख नामक एक मिस्त्री की मौत हो गयी थी। मुर्शिदाबाद मेडिकल कालेज लाये जाने के बाद कबीर को मृत घोषित कर दिया गया।
देश में बढ़ रही हैं मॉब लिंचिंग की घटनाएं
मॉब लीचिंग का अर्थ होता है जहाँ पर एक भीड़ नियंत्रण से बाहर जाकर किसी वारदात या घटना को अंजाम देती है। आजकल मॉब लीचिंग की घटनाएं बहुत ज्यादा ही बढ़ गई है। अगर आंकड़ों को उठाकर कर देखा जाए तो पिछले एक साल में मॉब लीचिंग ने आँध्रप्रदेश में 14 लोग, तमिलनाडु में 2, महाराष्ट्र में 9, असम में 2 और त्रिपुरा में 9 लोगों की जान ले ली है। दरअसल सारकार का कहना है कि मॉब लीचिंग की घटनाएं सोशल मीडिया पर फैली झूठी खबरों के कारण होती है। लोग किसी को भी अपराधी समझ लेते हैं और कानून अपने हाथ ले लेते है फिर उनको इतना पीटा जाता है की उनकी मौत तक हो जाती है। जिस वजह से बहुत बार बेकसूरवार लोगों की जान चली जाती हैं।