'आपकी बेटी ने खुदकुशी कर ली है', ट्रेनी डॉक्टर के परिजनों ने बताई दिल दहला देने वाली घटना, जानें नेताओं के रिएक्शन
ट्रेनी डॉक्टर के माता पिता ने कहा कि उन्हें बताया गया था कि उनकी बेटी ने खुदकुशी कर ली है। बेटी के शव को देखने से पहले उन्हें तीन घंटे तक अस्पताल के बाहर इंतजार करना पड़ा।
कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेप और मर्डर की शिकार 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के परिवार ने 9 अगस्त की दुखद घटना को लेकर जो बातें शेयर की वह चौंकानेवाली हैं। ट्रेनी डॉक्टर के परिवार ने लल्लनटॉप के साथ एक इंटरव्यू में यह आरोप लगाया कि उन्हें बताया गया था कि उनकी बेटी ने खुदकुशी कर ली है। बेटी के शव को देखने से पहले उन्हें तीन घंटे तक अस्पताल के बाहर इंतजार करना पड़ा। ट्रेनी डॉक्टर के पिता ने कहा कि जब उन्हें पहली बार अस्पताल से फोन आया, तो अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि "हमारी बेटी ने आत्महत्या कर ली है और हमें तुरंत आना चाहिए"।
शुरुआत में खुदकुशी का मामला बताया
शुरुआत में कोलकाता पुलिस को संदेह था कि यह आत्महत्या का मामला है लेकिन बाद में उन्होंने अपना वर्जन बदल लिया। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, माता-पिता के साथ अस्पताल गए रिश्तेदारों में से एक ने कहा कि पीड़िता की मां अपनी बेटी के बारे में जानने के बाद बेसुध हो गई थीं। एक रिश्तेदार ने बताया, "माता-पिता ने उनसे (अस्पताल के अधिकारियों) से अपनी बेटी का चेहरा दिखाने की गुहार लगाई। लेकिन फिर भी उन्हें तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा”। रिश्तेदार ने बताया, "तीन घंटे बाद, उन्होंने पिता को अंदर जाने और शव देखने की अनुमति दी। उन्हें केवल एक तस्वीर क्लिक करने की अनुमति दी गई, जिसे उन्होंने बाहर आने पर हमें दिखाया। उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। उसके पैर 90 डिग्री अलग थे। ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक कि पेल्विक गर्डल टूट न जाए"।
जघन्य अपराध को छिपाने की कोशिश-प्रियंका चतुर्वेदी
इस पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला पीजीटी डॉक्टर के माता-पिता ने जो कुछ झेला यह दिल को दहला देने वाला है।" उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट को केवल आरोपियों को ही नहीं बल्कि उन सभी को भी दंडित करना चाहिए जिन्होंने इसे आत्महत्या बताकर इस जघन्य अपराध को छिपाने की कोशिश की। आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता देने की बात करती है लेकिन सवाल है कि और कितनी निर्भयाएं होंगी?"
क्रूरता की खौफनाक दास्तां: शहजाद पूनावाला
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी पीड़िता के परिवार के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई क्रूरता की खौफनाक दास्तां। कभी न भूलें। कभी माफ न करें। टीएमसी और इंडी गठबंधन।” आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने वीडियो शेयर करते हुए हिंदी में लिखा, “इस पीड़िता का दर्द पूरे देश का दर्द होना चाहिए। आज वह किसी और की बेटी है, कल वह किसी भी घर की हो सकती है।”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सेक्सुअल पेनेट्रेनशन की बात भी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेनी डॉक्टर की हत्या गला घोंटकर की गई। इससे पहले आरोपी ने उसके साथ रेप किया। आरोपी ने रेप के बाद दो बार उसका गला घोंटा था। ट्रेनी डॉक्टर की मौत सुबह तीन बजे से पांच बजे के बीच हुई। रिपोर्ट में इस बात का भी संकेत है कि आरोपी संजय रॉय ने उसे इतनी जोर से मारा था कि उसके चश्मे का शीशा टूट गया और उसकी आंखों में धंस गया था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है, “उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था और चेहरे पर चोटें थीं। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर...गर्दन, दाहिने हाथ, अनामिका और...होंठ में भी चोटें थीं।” बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार कक्ष में शुक्रवार सुबह महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु का शव मिला। अस्पताल परिसर में अक्सर आने वाले बाहरी व्यक्ति संजय रॉय को शनिवार को गिरफ्तार किया गया।