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Hindi News पश्चिम बंगाल बंगाल जाने वाले हैं जेपी नड्डा, 2 रैलियों को करेंगे संबोधित, कांथी सीट पर है फोकस

बंगाल जाने वाले हैं जेपी नड्डा, 2 रैलियों को करेंगे संबोधित, कांथी सीट पर है फोकस

रविवार की सुबह नड्डा सबसे पहले पूर्वा मिदनापुर जिले के कांथी जाएंगे, जहां वह अपनी पहली रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह दूसरी रैली के लिए पूर्वी बर्दवान जिले के कटवा जाएंगे और रैली को संबोधित करेंगे। दो रैलियों के बाद वह वारपस दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इससे पहले रविवार की शाम वह कोलकाता लौटेंगे।

JP Nadda west bengal visit for panchayat election and loksabhA ELECTION 2024- India TV Hindi Image Source : PTI भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा

पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव और साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा राज्य में एक्टिव हो चुकी है। इसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य का दौरा करने वाले हैं। 12 फरवरी को वो पश्चिम बंगाल में दो जनसभाओं को संबोधित करने वाले हैं। सूत्रों की मानें तो नड्डा शनिवार शाम कोलकाता पहुंचेगे और पश्चिम बंगाल भाजपा के शीर्ष नेताओं संग मुलाकात कर मीटिंग करेंगे। 

कांथी सीट है महत्वपूर्ण

रविवार की सुबह नड्डा सबसे पहले पूर्वा मिदनापुर जिले के कांथी जाएंगे, जहां वह अपनी पहली रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह दूसरी रैली के लिए पूर्वी बर्दवान जिले के कटवा जाएंगे और रैली को संबोधित करेंगे। दो रैलियों के बाद वह वारपस दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इससे पहले रविवार की शाम वह कोलकाता लौटेंगे। बता दें कि जेपी नड्डा पिछले महीने ही नदिया जिले के कृष्णानगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए पश्चिम बंगाल आए थे। खबरों की मानें तो कांथी पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक है। 

बता दें कि कांथी से वर्तमान लोकसभा सदस्य सिसिर अधिकारी हैं, जो पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के पिता हैं। सिसिर अधिकारीक अधिकारिक तौर पर अब भी तृणमूल कांग्रेस से सांसद हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो राज्य की सत्ताधारी पार्टी की गतिविधियों से उनका कोई भी संबंध नहीं है। इस लिहाज से कांथी 2024 में हमारी पार्टी के लिए कांथी फोकस सीट है। 

बर्दवान पूर्व सीट पर भाजपा की पकड़ कमजोर

वहीं बर्दवान पूर्व लोकसभा क्षेत्र से सुनील मंडल निर्वाचित सांसद हैं। वह साल 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन बाद में वह फिर से तृणमूल में लौट आए। हालांकि उनकी वापसी के बावजूद उन्होंने अपने ही लोकसभा क्षेत्र में पार्टी संगठन पर अपना नियंत्रण और अधिकार खो दिया है। भाजपा राज्य समिति के सदस्य ने कहा, इसलिए, हम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भी इस लोकसभा क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तृणमूल हालांकि नड्डा के दौरे को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, भाजपा नड्डा के अपने राज्य हिमाचल प्रदेश में हार गई। उनके बंगाल दौरे से तृणमूल को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

(इनपुट-आईएएनएस)