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Hindi News पश्चिम बंगाल रेलवे ने फेल हुए सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर को बना दिया सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर, रिजल्ट वायरल

रेलवे ने फेल हुए सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर को बना दिया सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर, रिजल्ट वायरल

ट्रेन में सफर करने वाले यात्रीयों की अगर माने तो वह यह नही जानते की जिस ट्रेन मे वह सफर कर रहे हैं उस ट्रेन को चलाने या फिर उसको ले जाने वाले चालक कितने पढ़े लिखे हैं।

भारतीय रेलवे- India TV Hindi Image Source : INDIA TV भारतीय रेलवे

आसनसोल: आसनसोल रेल मंडल में रेलवे के डिपार्टमेंटल एक्जाम में धांधली और फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। रेलवे ने पास तो पास, फेल हुए उम्मीदवारों को भी सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर से सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर बना दिया। परिक्षा फल की लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बताया जा रहा है की वायरल हो रही लिस्ट झारखंड के धनबाद जिले में स्थित भूली में एसजीटीएम यानि सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर से एसपीटीएम यानि की सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर की है। इसकी परीक्षा 2/05/2024 और 08/05/2024 को हुई थी। 

9 लोग परीक्षा में हुए थे फेल

वायरल लिस्ट में 28 सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजरों ने परीक्षा में भाग लिया जिसमें से 19 पास हो गए तो 9 फेल हो गए। ऐसे में पास हुए सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजरों को रेलवे ने भूली मे ट्रेनिंग भी दी। ट्रेनिंग के बाद पास हुए 19 सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर, सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर बनकर अपने कार्य मे लग गए।  एक्जाम में फेल हुए 9 परिक्षार्थी भी आसनसोल, अंडाल और मालदा मे सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर बनकर पैसेंजर ट्रेन ले जाने और ले आने का कार्य कर रहे हैं। बकायदा उनके ड्रेस कोड मे सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर का बैच भी लगाकर रख रहे हैं और खुद को सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर का परिचय भी दे रहे हैं।

जिम्मेदार लोग दे रहे गोलमोल जवाब

वायरल लिस्ट में फेल हुए सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर अजित कुमार नाम के एक शख्स को रविवार शाम 6 बजकर दस मिनट पर देखा गया। अजित कुमार आसनसोल रेलवे स्टेशन से आसनसोल गोमो पैसेंजर ट्रेन ले जाते हुए दिखे। इस दौरान उनसे उनका परिचय भी पूछा गया उन्होंने अपना परिचय तो ठीक -ठाक दिया पर जब उनसे यह पूछा गया कि उन्होने सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर बनने के लिए परिक्षा पास किया है तो वह सवालों को टालते हुए यह कहकर निकल गए कि यह क्या सवाल है। उनको कुछ समझ में नही आ रहा। हालांकि इस मामले मे पैसेंजर ट्रेनों में ड्यूटी बांटने वाले अधिकारियों सहित रेलवे के पीआरओ तक से इस मामले में सवाल किए गए। लेकिन इस मामले में हर किसी ने पहले तो अपनी चुप्पी साध ली बाद में यह कहकर मामले से अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास किया। और कहा कि मामले में जांच चल रही है।

रिपोर्ट- बीजू मंडल की रिपोर्ट