नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह का पश्चिम बंगाल का दौरा भले ही स्थगित हो गया हो लेकिन दिल्ली में बैठकर ही चले गए उनके दांव से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। कोलकाता से विशेष फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के 3 बागी विधायकों सहित 5 नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए हैं। तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले राजीव बनर्जी सहित टीएमसी विधायक प्रवीर घोषाल, वैशाली डालमिया, हावड़ा नगर निगम के पूर्व मेयर रथीन चक्रवर्ती और रुद्रानिल घोष भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस मौके पर कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय भी मौजूद रहे। इसकी जानकारी अमित शाह ने खुद ट्वीट कर दी। अमित शाह ने अपने ट्वीट में ये भी कहा है कि इनके भाजपा में शामिल होने से सोनार बांग्ला के लिए भाजपा की लड़ाई और मजबूत होगी।
राष्ट्रीय महासचिव और राज्य के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस के पांचों नेताओं को कोलकाता से सायं चार बजे की विशेष फ्लाइट से लेकर दिल्ली पहुंचे। इसके बाद सभी नेता गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे और भाजपा में शामिल हुए। इन नेताओं में ममता सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले विधायक राजीब बनर्जी, प्रवीर घोषाल और वैशाली डालमिया प्रमुख हैं। वहीं हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती और रुद्रानिल घोष भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को लगातार झटके देकर टीएमसी से कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। दिल्ली में बम ब्लास्ट और किसानों के आंदोलन को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह का 30 और 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल का दौरा ऐन वक्त पर स्थगित हो गया था। बावजूद इसके तृणमूल कांग्रेस के बागी नेताओं की ज्वाइनिंग पर कोई असर नहीं पड़ा। बताया जा रहा है कि रविवार को हावड़ा में होने वाली स्मृति ईरानी की रैली में सभी पांचों नेता भाजपा का मंच शेयर करेंगे।
राजीव बनर्जी से पहले तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ी है। अधिकतर नेताओं ने टीएमसी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इस बार मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और लोकसभा चुनावों में मुख्य तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी के बीच में है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग कभी भी घोषणा कर सकता है। हालांकि 2016 की तरह इस बार भी कांग्रेस और वाम दलों ने गठबंधन किया है और सीटों के बंटवारे पर बातचीत जारी है।