कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में सीबीआई की जांच जारी है। सीबीआई ने कोलकाता पुलिस से मिली आरजी कर अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज की जांच की है। सीसीटीवी फुटेज में मुख्य आरोपी संजय रॉय घटना वाली रात 11 बजे अस्पताल में पहली बार देखा गया। महज 30 मिनट के भीतर संजय रॉय अस्पताल से बाहर चला गया। जांच में सामने आया संजय रॉय एक मरीज से मिलने आया था, जिसको संजय रॉय ने ही अस्पताल में एडमिट करवाया था।
आरोपी संजय रॉय एक बार फिर से तड़के 3:45-3:50 बजे वापस आया और कथित तौर पर सेमिनार रूम में गया। 4:35 पर संजय रॉय सेमिनार हाल से वापिस आया और 4:37 पर वह अस्पताल परिसर से बाहर निकल गया।
डिलीवर बॉय से भी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक पीड़िता और उसके दोस्तों ने खाना रात में आर्डर किया था। यह खाना एक ऑनलाइन ऐप के जरिए मंगवाया गया था। कोलकाता पुलिस ने इस डिलीवरी बॉय के बयान भी दर्ज किए थे। सीबीआई संजय राय के मोबाइल फोन की डीटेल्स भी खंगाल रही है। साथ ही उसकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस करके उस रात उसकी मूवमेंट को एनालाइज कर रही है। सीबीआई ने इससे पहले घटना से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज किए थे। सीसीटीवी फुटेज से इन बयानों का मिलान करने के बाद सीबीआई की कोशिश सीन रीक्रिएट करने की है। इससे आरोपी और अपराध के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी और यह अंदाजा लगाया जा सकेगा कि वारदात के दिन क्या हुआ था।
क्या है मामला ?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। वह नाइट ड्यूटी पर थी। अस्पताल के अंदर उसकी मौत होने पर बवाल हो गया था। बाद में कोलकाता पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि, इस घटना के बाद भी लोगों का गुस्सा बढ़ता गया। कुछ अराजक तत्वों ने रात के समय अस्पताल पहुंचकर तोड़फोड़ भी की। ऐसे में डॉक्टरों सहित आम लोगों का गुस्सा भड़क गया। डॉक्टरों के संगठन हड़ताल पर हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। कोलकाता पुलिस के बाद सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था।
यह भी पढ़ें-
कोलकाता रेप-मर्डर केस: जानिए पश्चिम बंगाल के वो 10 बड़े दुष्कर्म के मामले, जिससे ममता सरकार पर उठे सवाल
नासिक में दो समूहों में झड़प-पथराव, 6 पुलिसकर्मी घायल, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का कर रहे थे विरोध