A
Hindi News पश्चिम बंगाल BJP ने विधानसभा चुनावों से पहले बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग दोहराई

BJP ने विधानसभा चुनावों से पहले बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग दोहराई

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हमले के हफ्ते भर बाद पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर मांग की कि तृणमूल कांग्रेस शासित सूबे में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जाना बेहद जरूरी है।

Elections should be held under President's rule in West Bengal, says Kailash Vijayvargiya- India TV Hindi Image Source : FILE कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर मांग की कि बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जाना बेहद जरूरी है। 

नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हमले के हफ्ते भर बाद पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर मांग की कि तृणमूल कांग्रेस शासित सूबे में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जाना बेहद जरूरी है। पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इन चुनावों में विपक्षी बीजेपी के सामने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने की चुनौती है। विजयवर्गीय, बीजेपी संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव हैं। 

उन्होंने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, "अगर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में रहते अगले विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरू होती है, तो ये चुनाव आतंक के साये में होंगे और लोग निर्भीक होकर वोट नहीं डाल सकेंगे।" उन्होंने कहा, "इन हालात में हमारी पहली मांग है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। अगर वहां राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जाता है, तो निर्वाचन आयोग इस बात की जिम्मेदारी ले कि अगले विधानसभा चुनावों में लोग भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।" 

विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि अगर पश्चिम बंगाल पुलिस और राज्य सरकार के अन्य कर्मचारी निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा होंगे, तो वहां स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनाव नहीं हो सकेंगे इसलिये इन चुनावों में केंद्रीय बलों और केंद्र सरकार के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में बीजेपी की राजनीतिक पकड़ मजबूत होने से तृणमूल कांग्रेस की जमीन खिसक गई है। इससे कुंठा का शिकार सत्तारूढ़ दल राज्य में अपना आतंक फैलाना चाहता है।" 

बीजेपी महासचिव ने पश्चिम बंगाल में नड्डा के काफिले पर हमले का जिक्र करने के साथ कहा, "इस राज्य में पिछले आठ दिनों के दौरान हमारे पांच कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। वहां हर रोज चार-पांच स्थानों पर हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं।" 

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने नड्डा के काफिले पर 10 दिसंबर को उस समय हमला किया, जब वह बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। इसमें विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हो गए थे। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीजेपी के 64 वर्षीय महासचिव की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि करते हुए उन्हें पश्चिम बंगाल दौरे में बुलेटप्रूफ कार मुहैया कराए जाने के निर्देश दिए हैं।