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Hindi News पश्चिम बंगाल नेताओं की घर वापसी पर फैसला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी लेंगी

नेताओं की घर वापसी पर फैसला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी लेंगी

णमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी के पूर्व नेताओं की घर वापसी पर अभी कोई फैसला नहीं किया है जो हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में चले गये थे। तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी बीजेपी में चले गये तृणमूल के लोगों की वापसी पर फैसला लेंगी।

Decision on 'Ghar Wapsi' of leader will be taken by Mamata Banerjee- India TV Hindi Image Source : PTI तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी के पूर्व नेताओं की घर वापसी पर अभी कोई फैसला नहीं किया है।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी के पूर्व नेताओं की घर वापसी पर अभी कोई फैसला नहीं किया है जो हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में चले गये थे। तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी बीजेपी में चले गये तृणमूल के लोगों की वापसी पर फैसला लेंगी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पार्टी बहुत चुनिंदा नेताओं की वापसी करेगी ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया जा सके कि बगावत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तृणमूल के एक नेता ने नाम जाहिर नहीं होने के अनुरोध के साथ कहा, ‘‘इस मुद्दे पर शीर्ष नेतृत्व ही अंतिम फैसला ले सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हम कोविड-19 महामारी से जूझ रहे हैं और चक्रवात यास के बाद राहत कार्यों का बंदोबस्त कर रहे हैं।’’ तृणमूल कांग्रेस के नेता दीपेंदु बिस्वास और सोनाली गुहा समेत अनेक पूर्व विधायक पिछले कुछ दिनों में पत्र लिखकर भाजपा में शामिल होने के लिए खेद जता चुके हैं। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में वापसी की इच्छा जाहिर की है। एक समय बनर्जी की करीबी रहीं सोनाली ने मुख्यमंत्री से माफी की मांग करते हुए कैमरे पर भावुक अपील की। दक्षिण 24 परगना के सतगचिया से चार बार विधायक रहीं सोनाली ने एक पत्र में लिखा कि जिस तरह पानी के बाहर मछली नहीं रह सकती, उसी तरह दीदी, ‘मैं आपके बिना नहीं रह पाऊंगी।’

अटकलें तो तृणमूल कांग्रेस के संस्थापकों में शामिल रहे मुकुल रॉय की भी संभावित घर वापसी को लेकर चल रही हैं जो बीजेपी के राज्यसभा सदस्य हैं। हाल ही में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने शहर के एक अस्पताल में जाकर रॉय की पत्नी का हालचाल जाना और उनके बेटे से बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रॉय को फोन कर उनकी पत्नी की सेहत के बारे में पूछा। रॉय तृणमूल कांग्रेस में वापसी की अटकलों को अपनी तरफ से खारिज करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अटकलों का बाजार अब भी गर्म है क्योंकि बनर्जी ने कहा था कि रॉय का बर्ताव इतना बुरा नहीं है। 

मुख्यमंत्री बनर्जी ने चुनाव प्रचार के दौरान बागी नेताओं को मीर जाफर की संज्ञा दी थी। अब तृणमूल कांग्रेस चुनिंदा तरीके से नेताओं की घर वापसी कर सकती है। कलकत्ता रिसर्च ग्रुप के सदस्य और जानेमाने राजनीतिक विश्लेषक रजत रॉय ने कहा कि इसका मकसद सांगठनिक रूप से भाजपा को कमजोर करना होगा लेकिन उसी समय वह सभी नेताओं की घर वापसी नहीं कराएगी ताकि बगावत करने वालों के साथ सख्ती का संदेश भी जाए। 

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