कोलकताा: बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक चक्रवाती तूफान से इस सप्ताहांत दक्षिण बंगाल के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक रक्षा अधकारी ने बताया कि तटरक्षक ने समुद्र में जानमाल की सुरक्षा के लिए कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। उसने अपने जहाजों और विमान को मौसम के बारे में चेतावनी देने के काम में लगा दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि उसने तटीय इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीम और राज्य आपदा मोचन बल की दो टीम तैनात करने का फैसला किया है। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को हटाया जा रहा है।
मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न वायु दाब के गहरे अवदाब में तब्दील होने और इसके बाद चक्रवाती तूफान का रूप धारण करने की संभावना है। इसके शनिवार को पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट-दक्षिण ओडिशा तट शनिवार सुबह पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि इसके प्रभाव से शनिवार को पूर्वी मिदनापुर में एक या दो जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने, जबकि पश्चिमी मिदनापुर,झारग्राम और हावड़ा में भारी बारिश होने की संभावना है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें समय रहते जानमाल की हानि रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा हुई है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( NDRF) के डायरेक्टर जनरल अतुल करवाल और मौसम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के बाद NDRF के डायरेक्टर जनरल अतुल करवाल ने इंडिया टीवी को बताया कि, "प्रधानमंत्री जी ने सभी पहलुओं का जायजा लिया है, तैयारियां किस तरह की होनी चाहिए और क्या क्या उपलब्ध है, पहले आईएमडी के डीजी ने मौसम के बारे में जानकारी दी, एनडीआरएफ की तरफ से हम राज्य सरकारों के साथ संपर्क में हैं और जितनी भी उनकी मांग है वह सारी पूरी कर दी गई है, इसके अलावा हमारे पास आस पास के क्षेत्रों में रिजर्व टीम भी उपलब्ध है। इस तूफान की श्रेणी गंभीर चक्रवाती तूफान वाली है जिसमें 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चल सकती है, हमने उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है।"