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Hindi News पश्चिम बंगाल Cyclone Dana: पश्चिम बंगाल में दो और लोगों की मौत, मृतकों की संख्या बढ़कर चार हुई

Cyclone Dana: पश्चिम बंगाल में दो और लोगों की मौत, मृतकों की संख्या बढ़कर चार हुई

चक्रवाती तूफान दाना का असर अब कम हो गया है। पश्चिम बंगाल में इस तूफान ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई। राज्य में इस तूफान के चलते चार लोगों की मौत हो गई।

पश्चिम बंगाल में तूफान दाना का कहर- India TV Hindi Image Source : PTI पश्चिम बंगाल में तूफान दाना का कहर

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ (Cyclone Dana) के कारण दो और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व वर्धमान जिले के बुड बुड में कथित तौर पर बिजली के तार को छूने से एक नागरिक स्वयंसेवक चंदन दास (31) की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वह पुलिस टीम के साथ बाहर गया था। 

अधिकारी ने बताया कि हावड़ा नगर निगम का एक कर्मचारी तांतिपारा में बारिश के पानी से भरी सड़क पर मृत पाया गया। ऐसा संदेह है कि उसकी मौत डूबने के कारण हुई। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में शुक्रवार को बिजली का करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई थी। एक व्यक्ति की मौत दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा में हुई, जबकि दूसरे की मौत दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर इलाके में हुई। 

मूसलाधार बारिश और तेज हवाएं चलीं

भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने शुक्रवार की सुबह पूर्वी तट पर दस्तक दी, जिसके कारण मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए तथा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बुनियादी ढांचे और फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। ओडिशा में केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच बृहस्पतिवार रात करीब 12.05 बजे चक्रवात के आने की प्रक्रिया शुरू हुई थी और उस दौरान हवा की रफ्तार लगभग 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी। वहीं, शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे यह प्रक्रिया पूरी हो गई थी। 

कच्चे मकान क्षतिग्रस्त 

पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय जिलों में तूफान का सबसे बुरा असर देखने को मिला। पूर्वी मेदिनीपुर में लगभग 350-400 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए, साथ ही लगभग 250 पेड़ उखड़ गए और बिजली के 175 खंभे गिर गए।  दक्षिण 24 परगना में समुद्री पानी की वजह से मिट्टी के तटबंध टूट गए हैं। तूफान के दौरान पूरे जिले में लगभग 300 कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए और बिजली के लगभग 50 खंभे उखड़ गए। गंगासागर में कपिल मुनि मंदिर परिसर समुद्र के पानी से जलमग्न हो गया। सागर द्वीप में कई पेड़ उखड़ गए और उच्च ज्वार के कारण जल स्तर एक मीटर तक बढ़ जाने से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। ऐसी आशंका है कि चक्रवात दाना से कृषि, विशेषकर चावल की खेती पर भी गंभीर प्रभाव पड़ा है, क्योंकि धान के खेत वाले क्षेत्र जलमग्न हो गए तथा खड़ी फसल पानी में डूब गई। 

कोलकाता में 100 मिमी से अधिक बारिश

इस तूफान के चलते कोलकाता में शुक्रवार 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। शहर के दक्षिणी और मध्य भागों में कई मुख्य मार्गों पर घुटनों तक पानी भर जाने से भवानीपुर, न्यू मार्केट, हाजरा, धर्मतला और बेहाला इलाकों में यातायात बाधित हुआ। शहर के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में थंथनिया कालीबाड़ी, महात्मा गांधी रोड, बहुबाजार, वीआईपी रोड, पार्क सर्कस, दमदम और न्यू टाउन के विभिन्न हिस्सों से भी पानी भर गया। (भाषा)