कोलकाता: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास रंजन भट्टाचार्य ने बृहस्पतिवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर आग्रह किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अदालती अवमानना की कार्रवाई शुरू की जाए। उनका आरोप है कि सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर मुख्यमंत्री की एक टिप्पणी अदालत की अवमानना है और उच्च न्यायालय को इसका स्वत: संज्ञान लेकर मामला शुरू कर देना चाहिए।
भट्टाचार्य ने मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति आर भारद्वाज की खंडपीठ के समक्ष यह हलफनामा दायर किया है। उच्च न्यायालय ने उनसे कहा कि वह खुद अदालती अवमानना की याचिका दे सकते हैं जिस पर सांसद ने कहा कि आपराधिक अवमानना याचिका के लिए राज्य के महाधिवक्ता की संतुति जरूरी होती है। उन्होंने आग्रह किया कि उच्च न्यायालय इस पर स्वत: संज्ञान ले।
ममता ने अभिनेता से सांसद बने देव को बंगाल पर्यटन का नया ब्रांड एंबेसडर बनाने को कहा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को फिल्म से राजनीति में आए और ‘देव’ नाम से मशहूर अभिनेता व सांसद दीपक अधिकारी को राज्य के पर्यटन विभाग का नया ब्रांड एंबेसडर बनाने का प्रस्ताव किया। राज्य के पर्यटन क्षेत्र के मौजूदा ब्रांड एंबेसडर और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के ‘व्यस्त’ रहने का जिक्र करते हुए बनर्जी ने 40 वर्षीय अभिनेता से यह जिम्मेदारी लेने का अनुरोध किया। खान ने वर्ष 2012 में पश्चिम बंगाल का ब्रांड एंबेसडर बनने का बनर्जी का प्रस्ताव स्वीकार किया था।
बनर्जी ने दिन में नवन्ना सभाघर में औद्योगिक संवर्धन बोर्ड (आईपीबी) की बैठक की अध्यक्षता के दौरान कहा, “हमारे पास शाहरुख (खान) हैं। उन्होंने एक वीडियो भी बनाया, लेकिन वह आमतौर पर बहुत व्यस्त रहते हैं। देव आप पर्यटन विभाग के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में थोड़ा काम करेंगे। मैं पर्यटन विभाग से कहूंगी कि उन्हें नया राजदूत बनाया जाए। गौतम घोष (फिल्म निर्देशक) को पर्यटन पर एक वीडियो तैयार करने दें और देव, अन्य लोगों के साथ, इसे बढ़ावा देंगे।”
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