कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग का फिलहाल कोई अंत होता दिख नहीं रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को तृणमूल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ‘डीप फ्रीजर’ में चली गई है क्योंकि विपक्षी ताकतें खालीपन को भरने के लिए अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर देख रही हैं। कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को अपने पाले में ला रही तृणमूल कांग्रेस ने अपने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
‘कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं’
कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए आलेख में कहा गया है कि सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं। ‘डीप फ्रीजर में कांग्रेस’ शीर्षक वाले आलेख में कहा गया है, ‘तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से यह कह रही है कि कांग्रेस एक समाप्त हो चुकी ताकत है। उसमें भारतीय जनता पार्टी से लड़ने का जज्बा नहीं है। पार्टी अंदरूनी कलह से इस कदर उलझी हुई है कि उसके पास विपक्ष को संगठित करने के लिए शायद ही समय या ऊर्जा है। यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) का अस्तित्व नहीं रह गया है।’
‘देश को फिलहाल एक वैकल्पिक मोर्चे की जरूरत है’
'जागो बांग्ला' के आलेख में कहा गया है, ‘देश को फिलहाल एक वैकल्पिक मोर्चे की जरूरत है और विपक्षी दलों ने वह जिम्मेदारी ममता बनर्जी को दी है। वे खालीपन को भरने के लिए उनकी ओर देख रहे हैं। वह वर्तमान में देश में सबसे लोकप्रिय विपक्षी चेहरा हैं।’ किशोर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए गुरुवार को ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का ‘ईश्वरीय अधिकार’ नहीं है, खासकर जब पार्टी ‘पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार चुकी है।’