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Hindi News पश्चिम बंगाल ममता का केंद्र पर हमला, बोलीं-साल के अंत तक सभी वयस्कों को टीके देने का दावा महज जुमला

ममता का केंद्र पर हमला, बोलीं-साल के अंत तक सभी वयस्कों को टीके देने का दावा महज जुमला

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र की समूची आबादी को वैक्सीनेट कर लेने के केंद्र के दावे को जुमला बताया और जोर दिया कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों को निशुल्क वैक्सीन देने चाहिए।

Centre's claim of vaccinating India's adult population by 2021-end a hoax, claims Mamata Banerjee- India TV Hindi Image Source : ANI ममता ने साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र की समूची आबादी को वैक्सीनेट कर लेने के केंद्र के दावे को जुमला बताया।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र की समूची आबादी को वैक्सीनेट कर लेने के केंद्र के दावे को जुमला बताया और जोर दिया कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों को निशुल्क वैक्सीन देने चाहिए। बनर्जी ने कहा, ‘‘यह दावा महज एक जुमला है। केंद्र इस तरह की चीजें कहता रहता है। बिहार (विधानसभा) चुनाव के समय उन्होंने चुनाव के बाद समूची आबादी का टीकाकरण करने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ।’’ 

बनर्जी ने कहा कि कोविड-19 रोधी वैक्सीन की खुराकों के बीच अंतराल को देखते हुए सभी योग्य उम्र समूहों के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के संपन्न होने में छह महीने से एक साल तक लग जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने वैक्सीन खरीदने के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं लेकिन राज्य की 10 करोड़ से ज्यादा आबादी में अब तक केवल 1.4 करोड़ आबादी का वैक्सीनेशन हो पाया है।

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र राज्यों को टीके नहीं भेज रहा। थोड़े से वैक्सीन भेजे जाते हैं जो कुछ ही दिन में खत्म हो जाते हैं। राज्य सरकारों को निशुल्क वैक्सीन देने चाहिए।’’ केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा था कि इस साल के अंत तक देश की समूची वयस्क आबादी का टीकाकरण हो जाने की संभावना है।

ममता बनर्जी इस दौरान दावा किया कि आलापन बन्दोपाध्याय अध्याय अब बंद हो चुका है लेकिन उन्होंने पुरजोर शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार में शामिल नहीं होने को लेकर उपजे विवाद के मसले पर उनका प्रशासन पूर्व मुख्य सचिव के साथ खड़ा है। ममता ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ''आलापन बन्दोपाध्याय अध्याय अब समाप्त हो चुका है। उनके आस पास जो कुछ भी घटित हो रहा है, पश्चिम बंगाल सरकार उसमें अलपन बंदोपाध्याय को पूरा समर्थन देगी ।'' 

आलापन बन्दोपाध्याय 31 मई को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन राज्य ने हाल ही में उनके कार्यकाल को तीन महीने के लिए बढ़ाने की अनुमति मांगी थी और मिल भी गयी, क्योंकि उन्होंने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन चक्रवाती तूफान के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुलाई गई एक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री और राज्य के मुख्य सचिव के भाग नहीं लेने को लेकर विवाद पैदा होने के तुरंत बाद उन्हें केंद्र की ओर से तबादले का निर्देश सौंपा गया था। 

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