BSF Personnel Accused of Rape: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवानों की ओर से एक महिला से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के मामले की जिम्मेदारी लेने की रविवार को मांग की। टीएमसी की वरिष्ठ नेता और मंत्री डॉ. शशि पांजा ने अन्य नेताओं के साथ उस स्थान का मुआयना किया, जहां यह घटना हुई थी। उन्होंने हैरानी जताई कि शाह ने इस मामले पर चुप्पी क्यों साध रखी है।
'महिला पर उसके नाबालिग बच्चे के सामने यौन अत्याचार किया'
गौरतलब है कि उत्तर 24 परगना जिले में बगडा सीमा चौकी के समीप महिला से बलात्कार के आरोप में 26 अगस्त की रात को बीएसएफ के सहायक उप-निरीक्षक और कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें निलंबित कर दिया गया है। पांजा ने एक वीडियो बयान में कहा, "बीएसएफ कर्मियों ने एक महिला पर उसके नाबालिग बच्चे के सामने यौन अत्याचार किया। हम इस घटना की निंदा करते हैं और हम केंद्रीय गृह मंत्री से इसकी जिम्मेदारी लेने की मांग करते हैं।" पांजा के इस बयान को टीएमसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है।
Image Source : File PhotoHome Minister Amit Shah
'आरोपी निलंबित, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है'
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल सीमांत के अधिकारी ने बताया था कि आरोपियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' का आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि घटना 26 अगस्त की सुबह पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बगदा सीमा चौकी के निकट हुई। अधिकारी ने बताया, ''बीएसएफ कांस्टेबल ने भारत से बांग्लादेश में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे एक दलाल और एक महिला को पकड़ा था। कांस्टेबल महिला को पास के एक खेत में ले गया और उससे कथित तौर पर बलात्कार किया, जबकि सहायक उपनिरीक्षक ने उसे अपराध में कथित तौर पर मदद की।'' महिला की ओर से पुलिस में शिकायत कराने के बाद यह घटना सामने आई।