भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ के हाथ लगे 7 'धनकुबेर', बरामदगी में मिले 9.6 किलो सोना व 11.5 लाख नकदी
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ ने 7 तस्करों को पकड़ा है, जिनसे लाखों के कैश और 9 किलो से ज्यादा सोना बरामद किए गए हैं।
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बीएसएफ और डीआरआई के एक सफल ज्वाइंट ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 11.5 लाख रुपये नकद और 6.86 करोड़ रुपये मूल्य के 9.6 किलोग्राम सोना तस्करी करते हुए लोगों को पकड़ा है। सुरक्षा बलों ने इस घटना में शामिल सभी तस्करों को मौके से गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत नदिया जिले में तैनात 68 बटालियन के बीएसएफ जवानों ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के साथ मिलकर एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने सीमानगर से लगातार 7 तस्करों को गिरफ्तार किया।
11 करोड़ से अधिक कैश और 6 सोने की ईंटें बरामद
साथ ही सुरक्षा बलों ने उनके कब्जे से 16 सोने की ईंटें और 9.572 किलोग्राम वजन का एक सोने का बिस्किट बरामद किया गया और 11,58,500/- रुपये की नकदी और सोने की डिलीवरी में इस्तेमाल की गई मारुति इको कार भी जब्त की गई। जब्त सोने का कुल अनुमानित कीमत 6,86,23,582/- रुपये बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, यह घटना 4 जुलाई 2024 की है जिसमें डीआरआई ने सोना तस्करी की सूचना बीएसएफ के खुफिया विभाग से साझा की। सूचना मिलने पर बीएसएफ की 68 बटालियन और डीआरआई की ज्वाइंट टीम ने सिमानगर इलाके में स्टेट हाईवे नंबर 11 पर वाहनों की व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
इस तरह हुई गिरफ्तारी
इसी दरमियान सुबह 05.30 बजे से 9 बजे के बीच चले इस अभियान में जवानों ने एक संदिग्ध मारुति इको कार से 4.8 किलोग्राम सोने के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया। इसके बाद तलाशी के दौरान 4 अन्य तस्करों को भी 4.82 किलोग्राम सोने के साथ हिरासत में लिया। शुरुआती पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर एक अन्य अभियान के दौरान करीमपुर के रामनगर गांव में एक संदिग्ध घर की तलाशी के दौरान एक व्यक्ति को 1 सोने के बिस्किट और 11,58,500 रुपये की अवैध नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया।
तस्कर ने किया बड़ा खुलासा
गिरफ्तार किए गए मुख्य तस्कर की पहचान रफीक मंडल (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है जो नादिया जिले के तेयपुर का रहने वाला है। इसके अलावा 6 अन्य गोल्ड स्मगलर की पहचान लाल, रवि, प्रदीप, दाऊद, सीमांतो और बिट्टू (सभी नाम बदले हुए) के रूप में हुई है जो सभी नादिया (पश्चिम बंगाल) जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में रफीक मंडल (बदला हुआ नाम) ने बताया कि वह लंबे समय से सोने की तस्करी में शामिल है और इस बार वह कृष्णानगर में किसी अज्ञात व्यक्ति को सोने की खेप पहुंचाने वाला था, जिसके बदले में उसे 3000 रुपये मिलते, लेकिन उससे पहले ही बीएसएफ ने उसे सोने के साथ पकड़ लिया और इससे पहले 2022 में भी उसे बीएसएफ ने 16 सोने के बिस्कुट के साथ गिरफ्तार किया था, जिसका केस अभी भी चल रहा है।
इसके अलावा, सभी गोल्ड स्मगलर ने भी बताया कि वे करीमपुर के सीमावर्ती क्षेत्र से सोना लेकर दमदम रेलवे स्टेशन पर अज्ञात व्यक्तियों को सौंप देते हैं और इस काम के लिए उन्हें 2 से 5 हजार रुपये मिलते हैं। पकड़े गए सभी तस्करों और सोने को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए डीआरआई, कोलकाता को सौंप दिया गया है।
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