पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में खूनी खेला, नदी से बैलेट बॉक्स बरामद, BJP-Congress ने TMC पर दागा सवाल
पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इस हिंसा में कई लोगों की मौत हुई, इसे लेकर बीजेपी-कांग्रेस ने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को मतदान के दिन हुई हिंसा रविवार को भी जारी रही। मुर्शिदाबाद में रविवार को भी दो गुटों के बीच बमबाजी हुई और निर्दलीय विधायक के घर पर भीड़ ने बमों से हमला बोल दिया। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "कल यहां एक 62 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई। हत्या का उद्देश्य यह था कि इन्हें मार कर 3-4 बूथ पर कब्ज़ा किया जा सके। CM ममता बनर्जी अभी कहीं नहीं दिखेंगी, राज्य चुनाव आयोग कहीं नहीं दिखेंगे। बंगाल में और कितने लोग मारे जाएंगे?
चौधरी ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले-चुनाव के बाद हिंसा जारी रहती है। तृणमूल और पुलिस दोनों में कोई फर्क नहीं है, जो काम तृणमूल नहीं कर पाती है वह पुलिस कर देती है। इस हत्या के खिलाफ हम सड़क और कोर्ट तक जाएंगे, हम आंदोलन करेंगे।"
नदी से बैलेट बॉक्स बरामद, देखें वीडियो
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक नाले से तीन मतपेटियां मिलीं, जहां पंचायत चुनाव के बाद हिंसा भड़क गई थी। एक स्थानीय ने कहा, "चुनाव के बाद स्थिति अच्छी नहीं है, आम जनता भी डर के कारण बाहर नहीं निकल रही है। आम जनता दहशत में है। अगर कोई बाहर निकलता है तो टीएमसी धमकी देती है।"
राज्यपाल जाएंगे दिल्ली
वहीं, इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस दिल्ली जाएंगे और उनके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की संभावना है।
बीजेपी ने टीएमसी पर लगाया बड़ा आरोप
पश्चिम बंगाल में विपक्षी भाजपा ने 9 जुलाई को आरोप लगाया कि पंचायत चुनावों के दौरान केंद्रीय बलों को "जानबूझकर" तैनात नहीं किया गया था, जिस पर सत्तारूढ़ टीएमसी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अगर बलों को तैनात किया गया होता तो हिंसा नहीं होती। .
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि अगर संवेदनशील स्थानों पर केंद्रीय बल तैनात किए गए होते तो इतनी हिंसा नहीं होती और लोग स्वतंत्र रूप से और बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते थे। उन्होंने कहा, ''केंद्रीय बलों को जानबूझकर संवेदनशील इलाकों में तैनात नहीं किया गया।'' घोष ने आरोप लगाया कि मतदान केंद्रों पर बलों को तैनात करने के बजाय, उन्हें राजमार्गों पर गश्त करने के लिए कहा गया या पुलिस स्टेशनों पर रखा गया।
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने दक्षिण दिनाजपुर में पंचायत-चुनाव हिंसा प्रभावित हजरतपुर गांव का दौरा किया, पुलिस पर अपना कर्तव्य नहीं निभाने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के चाकुलिया थाना क्षेत्र के बेलोन गांव में उपद्रवियों ने वाहनों में आग लगा दी और क्षतिग्रस्त कर दिया।
मतदाताओं का आरोप-वोट नहीं डालने दिया गया
कोलकाता के उत्तरी छोर पर स्थित न्यू टाउन में बड़ी संख्या में मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि वे पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाए, क्योंकि ‘गुंडों’ ने उन्हें मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोक दिया। पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए चुनाव में कुल 2.06 लाख उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले करीब 5.67 करोड़ लोग वोट देने के पात्र थे।
‘न्यू टाउन सिटीजन्स वेलफेयर फ्रेटर्निटी’ के सचिव समीर गुप्ता ने कहा, ‘‘हमने लोकतंत्र की हत्या देखी। ए पी जे अब्दुल कलाम कॉलेज पुलिस बैरिकेड से घिरा था और किसी को भी वोट देने के लिए बूथ में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘बदमाश बसों में बम और पिस्तौल लेकर आए और हमें भगा दिया।’’
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