पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य में बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुई हत्या की सीबीआई जांच को भाजपा प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। वहीं, भगवा पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने 22 मार्च की घटना के बाद अपनी विश्वसनीयता खो दी है। इस घटना के आठ पीड़ितों में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा, ‘भाजपा कई साल पहले गुजरात में हुई हत्याओं को भूल गई है। अब बोगतुई की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रही है जिसमें पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। हम दोहराना चाहते हैं कि राज्य सरकार पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है भले उनका संबंध किसी भी राजनीतिक विचारधारा से हो।’
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना के दो दिन के भीतर घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मिलीं। हम पारदर्शी, निष्पक्ष और शीघ्र सीबीआई जांच को लेकर सहज हैं। हालांकि, गत एक-दो दिनों में भाजपा द्वारा अपने राजनीति हित के लिए केंद्रीय एजेंसी की जांच को प्रभावित करने की कोशिश के संकेत मिले। हम ऐसे किसी कदम का विरोध करते हैं।’
घोष ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ‘इंतजार करेगी और देखेगी’कि कैसे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच की प्रगति हो रही है, अगले कुछ दिनों में हम भविष्य की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम हर संभव तरीके से सीबीआई जांच में सहयोग कर रहे हैं।’
पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने बोगतुई की घटना के बाद ‘अपनी विश्वसनीयता खो दी है।’ उन्होंने इसके साथ ही तृणमूल के आरोपों पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।