नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में कोरोना से प्रभावित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है, साथ साथ प्रदेश का राजनीतिक तापमान भी बढ़ रहा है। कोरोना की चिंता के साथ टीएमसी और भाजपा दोनों को आगामी विधानसभा चुनाव की भी चिंता है। लिहाजा भाजपा ने अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने की रणनीति बनाई है। इस कड़ी में भाजपा ने अब 'मिसिंग ममता' कैंपेन की शुरुआत की है।
इस अभियान के तहत पार्टी के आला नेताओं से लेकर सामान्य कार्यकर्ता तक सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को घेर रहे हैं। इस कड़ी में भाजपा नेता 'मिसिंग ममता' की टैगलाइन के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर भी पोस्ट कर रहे हैं।
भाजपा सांसद अर्जुन सिंह कहते हैं, "भाजपा एक राजनीतिक पार्टी है, राज्य में कोरोना की भरमार है। हमे लोगों की देखभाल तो करनी ही होगी। टीएमसी सरकार वोट बैंक की खातिर कोरोना की सही तस्वीर लोगों को नहीं बता रही है, चुनिंदा क्षेत्रों में राहत सामग्री बांट रही है। केंद्र द्वारा भेजे गए अनाज को बांटने नहीं दे रही है, ऐसे में भाजपा को भी कुछ तो करना ही होगा।"
अजुर्न सिंह का कहना है कि "अब न तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिखती हैं और न उनका भतीजा। इसलिए भाजपा ने ममता बनर्जी को खोजने के लिए अभियान चलाया है, जिसे 'मिसिंग ममता' नाम दिया गया है।" उन्होंने आरोप लगाया, "कोलकाता का बुरा हाल है। रात में लोगों को दफनाया और जलाया जा रहा है। हम भाजपा सांसदों को राहत कार्य की निगरानी नहीं करने दी जा रही है। हजारों लोग बॉर्डर पर जमा हैं, ट्रेन नहीं चलने दे रही हैं। ऐसे में जनता तो पूछेगी।"
भाजपा महासचिव और प्रदेश भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया है कि "पीपीई के लिए डॉक्टर रो रहे हैं। शव के साथ मरीज पड़े हैं। प्रवासी श्रमिकों को राज्य छोड़ने की अनुमति नहीं है। बंगालियों को घर वापस नहीं आने दिया जा रहा है।" उन्होंने भी पूछा है, "कहा हैं ममता बनर्जी?"
इस बीच सांसद जगन्नाथ सरकार कहते हैं कि "केन्द्र ने हमेशा बंगाल के लोगों का भला ही चाहा है, और यह हमारी जिम्मेदारी भी है। लेकिन ममता बनर्जी के राज में इलाज मिल नहीं रहा, जनता परेशान है और लोग मर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जबाव नहीं दे रही हैं। हम सरकार से सवाल कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि "मेरा मानना है कि भाजपा गांव, गरीब, किसान के हक की आवाज बुलंद करती रहेगी और ममता सरकार को आईना दिखाती रहेगी।"