प.बंगाल: मालदा में जेपी नड्डा के रोड शो में उमड़ा जन सैलाब, कहा-TMC को ‘अलविदा’ कह देगी जनता
नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि के तहत एक साल में 6,000 रुपए किसानों के सम्मान के लिए देने का फैसला किया था। लेकिन ममता दीदी ने अपनी जिद के कारण इसे बंगाल में लागू नहीं होने दिया।
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा आज मालदा में रोड शो किया। इस रोड शो में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। नड्डा ने कहा इंडिया टीवी संवाददाता से कहा कि यह जनसैलाब इस बात का सूचक है जनता ने ममता दीदी को अलविदा कह दिया है। नड्डा ने रोड शो से पहले नड्डा ने साहपुर गांव में कृषक सुरक्षा सहभोज कार्यक्रम में किसानों के साथ खाना खाया। इससे पहले नड्डा ने एक सभा को संबोधित किया और ममता बनर्जी-टीएमसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता दीदी ने किसानों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है। PM ने किसान सम्मान निधि के तहत एक साल में 6,000 रुपए किसानों के सम्मान के लिए देने का फैसला किया था। लेकिन ममता दीदी ने अपनी जिद के कारण इसे बंगाल में लागू नहीं होने दिया।
जेपी नड्डा ने कहा-'आज जब बंगाल के करीब 25 लाख किसानों ने केंद्र सरकार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए अर्जी भेजी, तो ममता जी कहती हैं कि मैं भी योजना लागू करूंगी। ममता जी अब चुनाव आ गए हैं। अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत।'
फोआरा मोड़ और गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा के बीच एक किलोमीटर तक के मार्ग पर विशेष रूप से सजाए गए एक वाहन के ऊपर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष एवं अन्य के साथ खड़े नड्डा ने उत्साही समर्थकों पर गेंदा के फूलों की पंखुड़ियां बिखेरीं और हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। लोगों ने अपनी छतों एवं बालकनी से ‘रोड शो’ देखा। वे अपने मोबाइल फोन पर ‘रोड शो’ का वीडियो बनाते नजर आए। सड़कों पर जगह-जगह भाजपा के झंडे और बैनर लगे नजर आए। यह काफिला तंग और भीड़भाड़ वाली सड़कों से निकला। पार्टी के झंडे लहराते हुए भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’, ‘नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद’ और ‘ जे पी नड्डा जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
नड्डा ने मालदा में केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान का दौरा किया
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच) का दौरा किया। विधानसभा चुनावों से पहले एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे नड्डा को शीर्ष अधिकारियों ने संस्थान के कामकाज से अवगत कराया, जो उपोष्ण बागवानी के सतत उत्पादकता, गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शोध करता है। नड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसकी प्रगति में नरेन्द्र मोदी सरकार निश्चित तौर पर हर तरह से सहयोग करेगी।’’ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की इकाई सीआईएसएच ने 1972 में मालदा में केंद्रीय आम शोध केन्द्र के तौर पर काम करना शुरू किया था। नड्डा ने कहा कि संस्थान के करीब 20 मिनट के दौरे में उन्होंने बागवानी विकास के लिए अधिकारियों द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों को देखा।