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Hindi News पश्चिम बंगाल बीजेपी ने कोविड-19 और चक्रवात से निपटने में नाकामी के लिए पश्चिम बंगाल सरकार पर साधा निशाना

बीजेपी ने कोविड-19 और चक्रवात से निपटने में नाकामी के लिए पश्चिम बंगाल सरकार पर साधा निशाना

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि यह लिस्ट पश्चिम बंगाल में मौजूदा हालात के मद्देनजर बनाई गई है।

BJP attacks TMC government, BJP attacks Mamata Banerjee, BJP, Mamata Banerjee- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK/DILIP GHOSH भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल ईकाई ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर गुरुवार को जमकर निशाना साधा।

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल ईकाई ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर गुरुवार को जमकर निशाना साधा। कोरोना वायरस से निपटने और चक्रवात ‘अम्फान’ से हुए नुकसान को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला तेज करते हुए विपक्षी दल बीजेपी ने राज्य सरकार की 9 ‘नाकामियों’ की लिस्ट बनाई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि यह लिस्ट पश्चिम बंगाल में मौजूदा हालात के मद्देनजर बनाई गई है।

‘चक्रवात के नुकसान से निपटने में विफल’
पार्टी ने कहा कि सरकार कोविड-19 संकट से निपटने में पूरी तरह से विफल रही है और राज्य का स्वास्थ्य ढांचा ढहने के कगार पर है। घोष ने कहा कि इससे लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर चक्रवात से हुए नुकसान से निपटने में ‘विफल’ रहने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 7 दिन बाद भी राज्य के लोग परेशानी में है क्योंकि कई इलाकों में अब भी बिजली और पानी नहीं है।

‘खाद्यान्न की कालाबाजारी की गई’
भारतीय जनता पार्टी ने लोगों के बीच अनाज के वितरण में कथित नाकामी के लिए भी सरकार पर निशाना साधा। उसने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी की और उसे काला बाजार में ऊंची कीमतों पर बेचा। बीजेपी ने आरोप लगाया कि राज्य की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है।

‘प्रवासी मजदूरों को बुलाने से इनकार क्यों?’
प्रवासी मजदूरों के लौटने का जिक्र करते हुए घोष ने कहा कि अगर महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल के लोगों को वापस भेजना चाहता है और रेलवे मदद कर रहा है तो फिर राज्य उन्हें बुलाने से इनकार क्यों कर रहा है। उन्होंने उन आशंकाओं को खारिज किया कि प्रवासी मजदूरों के लौटने से कोविड-19 के मामले बढ़ सकते है। घोष ने कहा, ‘प्रवासी मजदूर नहीं लौटेंगे तब भी राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़ेंगे।’