कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा का बजट सत्र अनुमान के मुताबिक भारी हंगामे के साथ शुरू हुआ। हंगामे के कारण राज्यपाल जगदीप धनखड़ अपना बजट अभिभाषण पूरा पढ़ भी नहीं पाए और चार मिनट में ही इसे समाप्त कर विधानसभा भवन से बाहर निकल गए। राज्यपाल ने दोपहर ठीक दो बजे जैसे ही अपना अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, बीजेपी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आकर नारेबाजी शुरू कर दी।
बीजेपी विधायकों ने राज्य में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर सदन में हंगामा किया। धनखड़ नव गठित विधानसभा में अपना प्रथम अभिभाषण देने के लिए दोपहर में पहुंचे, लेकिन वह केवल तीन-चार मिनट ही बोल सकें क्योंकि प्रदर्शन करने के लिए पोस्टर और चुनाव बाद हुई हिंसा के कथित पीड़ितों की तस्वीरें लिए बीजेपी सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गये।
विधानसभा सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरी तरह से नहीं पढ़ पाने के बाद उसे सदन में मेज पर रख दिया और वहां से निकल गये। राज्यपाल के सदन से बाहर निकलने के दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थी।
बाद में, संवाददाताओं से बात करते हुए विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी विधायक प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो गये थे क्योंकि विधायकों के बीच वितरित की गई अभिभाषण की प्रति में चुनाव बाद हुई हिंसा का कोई जिक्र नहीं था।
बता दें आज सदन का पहला दिन था। मिली जानकारी के अनुसार सदन का कामकाज 8 जुलाई तक चलेगा और 7 जुलाई को 2021-22 के लिए राज्य का बजट पेश किया जाएगा। वहीं पश्चिम बंगाल विधानसभा में पहली बार बनर्जी और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने होंगे। एक समय ममता के करीबी माने जाने वाले अधिकारी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने चर्चित नंदीग्राम सीट से कम अंतर से मुख्यमंत्री को हरा दिया था।
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