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Hindi News पश्चिम बंगाल Lok Sabha Elections 2024: बंगाल के राज्यपाल पर महिला ने लगाया छेड़छाड़ का आरोप, गवर्नर ने भी जारी किया बयान

Lok Sabha Elections 2024: बंगाल के राज्यपाल पर महिला ने लगाया छेड़छाड़ का आरोप, गवर्नर ने भी जारी किया बयान

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के ऊपर राजभवन में ही काम करने वाली एक अस्थायी महिला कर्मचारी ने छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है जिसके बाद गवर्नर हाउस की तरफ से भी बयान जारी किया गया है।

Lok Sabha Elections 2024, Lok Sabha Elections, PM Elections 2024- India TV Hindi Image Source : PTI FILE पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित राजभवन में एक अस्थायी महिला कर्मचारी ने गुरुवार को राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरुवार दोपहर को राजभवन में शांति कक्ष से जुड़ी एक अस्थायी कर्मचारी होने का दावा करने वाली एक महिला गवर्नर हाउस के अंदर स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी के पास पहुंची और आनंद बोस पर उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। अधिकारी ने तुरंत स्थानीय हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जिसके अंतर्गत राजभवन आता है, जिसके बाद पुलिस गवर्नर हाउस पहुंची।

‘मैं इंजीनियर्ड नैरेटिव से नहीं डरता’

बाद में महिला को राजभवन से हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने राज्यपाल पर स्थायी नौकरी दिलाने के बहाने 'छेड़छाड़' करने का आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। बोस ने गुरुवार की रात आरोप को नकारते हुए आरोप को चुनावी लाभ हासिल करने का सत्ताधारी पार्टी का प्रयास बताया। गुरुवार की रात राज्यपाल के कार्यालय द्वारा जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया, 'सच्चाई की जीत होगी। मैं इंजीनियर्ड नैरेटिव से नहीं डरता। अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान उनका भला करें। लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते।'

शुभेंदु अधिकारी ने भी दिया बयान

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या आरोप सही हैं या किसी साजिश का हिस्सा है। अधिकारी ने कहा, 'कलकत्ता हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद राज्य संचालित स्कूलों में लगभग 26,000 लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है। संदेशखाली में हुए घटनाक्रम को लेकर तृणमूल कांग्रेस घिरी हुई है। यह देखना होगा कि क्या यह आरोप लोकसभा चुनाव से जुड़ी किसी साजिश का हिस्सा है। यदि आरोप सच हैं, तो केंद्र सरकार निश्चित रूप से इस मामले को देखेगी।' (IANS)