कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को राज्य के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) से सिलीगुड़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता की मौत की जांच करने को कहा है। राज्य पुलिस द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, "हथियार का उपयोग कर हिंसा पैदा करने की एक मंशा थी। सीआईडी पश्चिम बंगाल को मामले की जांच करने के लिए कहा गया है।" जलपाईगुड़ी के गजलदोबा इलाके के रहने वाले 50 साल के उलेन रॉय की सोमवार को विरोध मार्च के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने कहा कि विरोध कार्यक्रम में पीड़ित के पास खड़े एक व्यक्ति ने करीब से गोली चलाई।
इससे पहले, राज्य पुलिस ने सोमवार शाम को कहा कि हिंसा एक राजनीतिक दल के समर्थकों द्वारा उनके विरोध प्रदर्शन के दौरान अंजाम दी गई। पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा था कि पुलिस ने संयम दिखाया और लाठीचार्ज नहीं किया या बंदूक का इस्तेमाल नहीं किया।
पुलिस ने कहा हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए केवल वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। हालांकि, एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम परीक्षा के बाद ही पता चल पाएगा।
इस घटना के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि भगवा पार्टी अपनी रैलियों में लोगों को मार रही है। भाजपा ने पार्टी कार्यकर्ता उलेन रॉय की हत्या के विरोध में और उत्तर बंगाल में राज्य सचिवालय उत्तरकन्या तक सोमवार के मार्च के दौरान पुलिस की कथित कार्रवाई को लेकर मंगलवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था।
बनर्जी ने रानीगंज में जनसभा में आरोप लगाया, ‘‘भाजपा झूठ फैलाने में लिप्त है। वह लोगों की हत्याएं करवा रही है। वह धरना, रैली कर लोगों की हत्याएं करवा रही है। ’’ बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को सरकारी नियंत्रण वाली कोयला खदानों को बेचने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने कहा, ‘‘कोयला माफिया भगवा पार्टी के संरक्षण में फल-फूल रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने पेशकश की थी कि अवैध (कोयला) खदानों को केंद्र और राज्य साथ मिलकर कानूनी मंजूरी दे। हालांकि केंद्र सरकार ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।’’