अमित शाह की अपील- तृणमूल कांग्रेस के भष्टाचार और कुशासन को करें बेनकाब
उन्होंने अपने दौरे के दौरान पार्टी के राज्य-स्तरीय नेताओं के साथ बंद कमरे में दो दौर की संगठनात्मक बैठकें कीं। उन्होंने एक बैठक शुक्रवार रात और दूसरी शनिवार सुबह की।
केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने पार्टी की बंगाल इकाई को एकजुट होकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के खिलाफ लड़ने और उसके भ्रष्टाचार एवं कुशासन को बेनकाब करने को कहा है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को यह जानकारी दी। भाजपा नेता ने कहा कि शाह ने भाजपा की प्रदेश इकाई को पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए भी कहा। शाह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने अपने दौरे के दौरान पार्टी के राज्य-स्तरीय नेताओं के साथ बंद कमरे में दो दौर की संगठनात्मक बैठकें कीं। उन्होंने एक बैठक शुक्रवार रात और दूसरी शनिवार सुबह की।
बंगाल में भाजपा को मजबूत करने की जरूरत
भाजपा नेता ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘अमित शाह जी ने कहा है कि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है और वह अपने संगठन के बल पर ही आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा है कि जब कोई पार्टी विपक्ष में होती है, तो उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उसे उन चुनौतियों का सामना करने के बाद विजयी होकर उभरना होता है।’’ पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शाह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल राज्य से 35 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने पार्टी नेताओं से टीएमसी के कुशासन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने और सत्तारूढ़ पार्टी के "भ्रष्टाचार और अत्याचार" को बेनकाब करने को कहा।
भाजपा के वोट में आई कमी
भाजपा के नेता ने कहा, ‘‘अमित शाह जी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में राज्य की कुल 42 में से कम से कम 35 सीट जीते और अब से हमारा ध्यान और ऊर्जा लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।’’ शाह ने शुक्रवार को बीरभूम में एक रैली को संबोधित करते हुए लक्ष्य की बात कही थी और दावा किया था कि अगर यह हासिल हो जाता है, तो बंगाल में ममता बनर्जी सरकार 2025 से आगे नहीं टिक पाएगी। सागरदिघी विधानसभा सीट के लिए हाल ही में हुए उपचुनाव का जिक्र करते हुए, शाह ने पार्टी की प्रदेश इकाई से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उसके वोट में आयी कमी पर ‘‘बिना किसी चूक के जांच’’ की जाए। इस उपचुनाव में भाजपा तीसरे स्थान पर खिसक गई थी।
संगठन को करना चाहिए मजबूत
आंतरिक बैठक के दौरान, प्रदेश भाजपा के कई नेताओं ने आगामी पंचायत चुनावों के दौरान केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की। शाह ने प्रदेश इकाई को पहले संगठन को मजबूत करने की सलाह दी। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने (शाह) कहा कि अगर राज्य निर्वाचन आयोग केंद्रीय बलों की मांग करता है, तो इसे उपलब्ध कराने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन उन्होंने कहा कि पहले हमें अपने संगठन को मजबूत करना चाहिए।’’ राज्य इकाई को शाह ने यह सलाह ऐसे समय में दी है, जब भाजपा की प्रदेश इकाई अंदरूनी कलह और नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से परेशान है। विधानसभा चुनाव के बाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, पार्टी सांसद अर्जुन सिंह और इसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय सहित छह विधायकों के टीएमसी में चले जाने के बाद प्रदेश इकाई अपने नेताओं को एकसाथ रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
(इनपुट-भाषा)