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Hindi News पश्चिम बंगाल अधीर रंजन ने बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा? खुद बताई सच्चाई

अधीर रंजन ने बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा? खुद बताई सच्चाई

खबर सामने आई थी कि कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अब उन्होंने खुद इस मामले पर जवाब दिया है।

अधीर रंजन चौधरी।- India TV Hindi Image Source : PTI अधीर रंजन चौधरी।

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम कुछ हफ्ते पहले सामने आ चुके हैं। केंद्र में एक बार फिर से तीसरी बार प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन चुकी है। कांग्रेस का प्रदर्शन बीते दो लोकसभा चुनाव के मुकाबले सुधरा है। हालांकि, पश्चिम बंगाल में पार्टी का प्रदर्शन बुरा रहा है। इस बीच खबर आई थी कि बंगाल में कांग्रेस पार्टी के बुरे प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए अधीर रंजन चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है। हालांकि, अब अधीर रंजन ने खुद इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। आइए जानते हैं पूरा मामला।

अधीर रंजन ने क्या कहा?

जब अधीर रंजन चौधरी से बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह अफवाह है। मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता। अधीर ने नीट के मुद्दे पर कहा कि हम इस मुद्दे पर देशभर में आंदोलन कर रहे हैं। यह एक घोटाला है।  24 से 25 लाख युवाओं का भविष्य दांव पर है। अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने पर अधीर ने कहा कि यह अदालत का मामला है जिसे अदालत देख रही है।

 युसूफ पठान के हाथों मिली थी हार

लोकसभा चुनाव 2024 में अधीर रंजन चौधरी को उनके मजबूत गढ़ माने जाने वाले बहरमपुर में पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। तृणमूल कांग्रेस के स्टार उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने अधीर को 85,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। चौधरी की पराजय के साथ ही कांग्रेस ने बहरामपुर पर अपनी राजनीतिक पकड़ खो दी, जो राज्य में कांग्रेस का अंतिम गढ़ था।

5 बार सांसद रहे अधीर रंजन

अधीर रंजन 5 बार बहरामपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे। हार के उन्होंने कहा था कि वह नहीं जानते कि उनका राजनीतिक भविष्य कैसा होगा। मुझे अभी तक अपने नेताओं की ओर से कोई फोन नहीं आया है। अधीर ने ये भी कहा था कि जब राहुल गांधी की ‘पूरब-पश्चिम भारत जोड़ो यात्रा’ मुर्शिदाबाद पहुंची तो हमने उसमें हिस्सा लिया। हमारे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बार मालदा में प्रचार किया, लेकिन बहरामपुर कभी नहीं आए। (रिपोर्ट: ओंकार सरकार)