Durgapur Steel Plant Gas Leak: पश्चिम बंगाल के पश्चिमी दुर्गापुर स्थित एक स्टील प्लांट में शुक्रवार दोपहर गैस रिसाव हो गया। स्टील प्लांट में गैस लीक (Durgapur Steel Plant gas leak) होने के कारण दम घुटने से 3 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 5 अन्य कर्मचारियों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से प्लांट के बाकी कर्मचारी दहशत में हैं। हादसे के लिए प्लांट प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
मजदूर नेता शेख शहाबुद्दीन ने कहा कि कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से मजदूर बीमार पड़ गए और उन्हें गंभीर हालत में दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों मृतक मजदूरों की पहचान साजन चौहान, सिंटू यादव और संतोष चौहान के तौर पर हुई है। जानकारी के मुताबिक, कॉर्बन मोानऑक्साइड का रिसाव प्लांट के एक कनवर्टर यूनिट में हुआ।
प्लांट में कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव हो गया
बताया जा रहा है कि दोपहर में प्लांट में मजदूर काम कर रहे थे। इस दौरान प्लांट में कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव हो गया जिससे प्लांट में काम करने वाले 7 अस्थाई मजदूर बेहोश होकर गिर पड़े। इसके बाद मजदूरों के अन्य साथियों ने मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने 3 मजूदरों को मृत घोषित कर दिया। गैस रिसाव के बाद सीआईएसएफ और दमकल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। हालांकि, स्टील प्लांट के अधिकारियों की ओर से इस घटना के संदर्भ में अभी कोई बयान नहीं दिया आया है। गैस रिसाव के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। फैक्ट्री के अधिकारी गैस रिसाव के कारणों की जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों की लापरवाही के कारण दुर्घटना हुई?
इस घटनाक्रम के बाद मजदूरों ने अधिकारियों पर उंगली उठाई है। कुछ श्रमिकों ने शिकायत की है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण दुर्घटना हुई है। श्रमिक संघों ने सवाल उठाया है कि प्लांट में बार-बार गैस रिसाव की घटनाएं क्यों हो रही थीं? प्रबंधन ने जानकारी दी है कि इस मामले में गहन जांच की जाएगी। शुक्रवार को तीन लोगों की मौत के साथ, पिछले 5 वर्षों में संयंत्र में गैस रिसाव के कारण मरने वालों की कुल संख्या 9 हो गई है।
पिछले कई वर्षों से प्लांट में आधुनिकीकरण का काम नहीं हुआ है
मजदूर संघों का दावा है कि पिछले कई वर्षों से प्लांट में आधुनिकीकरण का काम नहीं हुआ है। मजदूर प्रबंधन की लापरवाही का शिकार हो रहे हैं। संघ ने यह भी आरोप लगाया कि संविदा कर्मियों को नियुक्ति के समय पर्याप्त सुरक्षा प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है। ट्रेड यूनियन नेता शेख शहाबुद्दीन, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं। उन्होंने दुर्गापुर स्टील प्लांट गैस लीक मामले में निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है।