गाय दुनिया में एक ऐसी जानवर है जो हमेशा से लोगों को अपने बच्चों की तरह पालती है। भारत में गायों को माता की तरह पूजते हैं। गायों का भारतीय मां का दर्जा देते हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि एक बच्चे जैसे बड़ा होने और स्वस्थ होने के लिए मां का दूध जरूरी होता है। वैसे ही गाय का दूध, मां के दूध से कम नहीं होता जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। भारत में आज भी आपको ज्यादातर घरों में गाय देखने को मिल जाती हैं। गाय तो हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत उपयोगी मानी जाती है। आज हम ऐसे ही दुनिया की सबसे महंगी गाय की बात कर रहे हैं।
35 करोड़ की गाय
दुनिया की सबसे महंगी गाय भारत में नहीं बल्कि विदेश में है। लेकिन उसका संबंध भारत से भी है। तो चलिए जानते हैं आखिर कौन सी वह गया है और इतनी महंगी क्यों है। इस गाय का नाम वियाटिना-19 एफआईवी मारा इमोवीस है। ये गया नेलोर ब्रीड की है। यह गाय ब्राजील में है जो साढ़े 4 साल की है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हाल में ही इस गाय का मालिकाना एक तिहाई हिस्सा नीलामी में 6.99 मिलियन रियल यानी भारतीय रुपयों में इसकी कीमत 11 करोड़ में बेचा गया। फिलहाल इस गाय की कुल कीमत 35 करोड़ रुपए है जिसके बाद ये सबसे महंगी गाय होने का दर्जा प्रप्त कर चुकी है।
भारत से है इस गाय का खास संबंध
नेलोर नस्ल की इस गाय का संबंध भारत से भी है। सबसे पहले इन गायों की नस्ल आंध्रप्रदेश के नेल्लोर जिले में पाई गई थी। इसलिए इसे नेलोर ब्रीड के नाम से जाना जाता है। इन गायों को नेल्लोर जिले से ही ब्राजील भेजा गया था जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैल गई। इन गायों की खासियत ये है कि ये भयंकर गर्मी के मौसम में भी आराम से रहलेती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन गायों के शरीर पर सफेद फर होता है। ये धूप को रिफलेक्ट कर देता है। दूसरी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस गाय की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतरीन होती है। सबसे बड़ी खासियत कि इनकी त्वचा काफी कठोर होती है इसलिए इन पर खून चूसने वाले कीड़े भी नहीं लगते। इन गायों के कंधे के ऊपर कुबड़ निकले होते हैं।
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