हेल्थकेयर मल्टीनेशनल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन टैल्कम-आधारित बेबी पाउडर इन दिनों विवादों में है। दावा किया जा रहा है कि जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर लगाने से कैंसर हो सकता है। इसके बाद से ही पूरी दुनिया में इसे बैन किया जा सकता है। जॉनसन के बेबी पाउडर को 2020 में उत्तरी अमेरिका में स्टोर अलमारियों से स्वेच्छा से हटा दिया गया था। आपको शायद जानकर हैरानी हो कि जॉनसन एंड जॉनसन पर कैंसर को लेकर 34 केस अदालत में चल रहे हैं।
अमेरिका में इस बेबी पाउडर में एस्बेस्टस का एक प्रकार का क्त्रिस्सोटाइल फाइबर मिला, इस तत्व को कैंसरकारी माना जाता है। तमाम महिलाओं ने शिकायत की और पाउडर से बच्चेदानी के कैंसर होने के मुकदमे भी दर्ज किए। अमेरिका और कनाडा में भले ये पाउडर बिकने बंद हो गए. लेकिन आज भी ब्रिटेन, इंडिया समेत कई देशों में ये उत्पाद बेचे जा रहे हैं।
आपको बता दें ब्रिटेन में एक निवेश प्लेटफॉर्म ट्यूलिपशेयर ने कंपनी के शेयरहोल्डर्स की ओवर से इसे रोकने का प्रस्ताव किया। अमेरिका की स्टॉक मार्केट नियामक एजेंसी को ये प्रस्वात सबमिट किया गया है। अप्रैल में सालाना बैठक होगी जहां ये प्रस्ताव लाया जाएगा। अमेरिका में मिजौरी की अदालत ने कैंसर से जूझ रही 22 याचिकाओं के खिलाफ अपना निर्णय सुनाया था जो कैंसर पीड़ित महिलाओं की ओर से दायर की गई थीं।
इसमें कंपनी ने 200 करोड़ डॉलर मुआवजे और मुकदमे में खर्च के तौर पर दे चुकी है। फ्यूचर में कंपनी को इतना मुआवजा ना देना पड़े इसलिए कंपनी ने अपना पाउडर उत्पादन शाखा को अलग कंपनी बनाया और फिर कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया।
जहां इस पाउडर को लेकर इतना विवाद हो रहा है। वहीं कंपनी ने कई रिपोर्ट्स का हवाला दिया और कहा कि पाउडर से कैंसर नहीं होता है। पाउडर में इस्तेमाल किए जाने वाले सभी तत्व सुरक्षित हैं।