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Hindi News वायरल न्‍यूज अस्पताल में नहीं मिली व्हीलचेयर, तो बेटे को स्कूटी पर बैठाकर हॉस्पिटल में घुसा पिता; वीडियो वायरल

अस्पताल में नहीं मिली व्हीलचेयर, तो बेटे को स्कूटी पर बैठाकर हॉस्पिटल में घुसा पिता; वीडियो वायरल

राजस्थान के कोटा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर एक शख्स अपने बेटे को स्कूटी पर बैठाकर अस्पताल में घुस गया। घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

अस्पताल में व्हीलचेयर के नहीं मिलने पर बेटे को स्कूटी पर बैठाकर हॉस्पिटल में दाखिल हुआ पिता- India TV Hindi Image Source : TWITTER@SANUJ42(SCREEN GRAB) अस्पताल में व्हीलचेयर के नहीं मिलने पर बेटे को स्कूटी पर बैठाकर हॉस्पिटल में दाखिल हुआ पिता

राजस्थान के कोटा जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। मामला कोटा के एक बड़े अस्पताल से जुड़ा हुआ है, जहां पर एक शख्स अपने बेटे को स्कूटी पर बैठाकर अस्पताल में घुस गया। इसके बाद इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। आपको बॉलीवुड की फिल्‍म ‘3 इडियट्स’ तो याद होगी ही, जिसमें एक सीन बिलकुल इससे मिलता जुलता ही था। मूवी में आमिर खान अपने दोस्‍त के बीमार पिता को स्‍कूटी पर बैठाकर अस्‍पताल पहुंच जाते हैं। ऐसा ही कुछ राजस्थान के कोटा में देखने को मिला है, जहां एक पिता अपने बेटे को स्कूटी पर बैठाकर कोटा के एमबीएस अस्‍पताल पहुंच गया। 

स्कूटी लेकर लिफ्ट में भी घुसे 
दरअसल, अधिवक्ता मनोज जैन के बेटे लवित्र जैन के पैर में फ्रैक्चर हो गया था। मनोज द्वारा अस्पताल में व्हीलचेयर के तलाशन पर जब उन्हें स्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें व्हीलचेयर नहीं मिली, तो वे पने बेटे को स्कूटी में बैठाकर अस्पताल में घुस गए। यहां तक ही नहीं, वे अपने बेटे के साथ स्कूटी पर सवार होकर अस्पताल की लिफ्ट में भी घुस गए। इससे जुड़ा वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसके बाद अस्पताल प्रसाशन और एडवोकेट मनोज जैन की तरफ से बयान भी सामने आए हैं। 

बयान भी आए सामने 
अस्पताल प्रसाशन की तरफ से कहा गया कि बेटे के पैर में फ्रैक्चर होने के कारण मनोज जैन व्हीलचेयर मांग रहे थे। चूंकि उस समय व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं था, अस्पताल के अधिकारियों ने उन्हें अपने स्कूटर को गेट तक लाने की अनुमति दी लेकिन वे अपने स्कूटर के साथ लिफ्ट में घुस गए, जो गलत है। वहीं, एडवोकेट मनोज जैन ने कहा कि मैंने पूरे अस्पताल में व्हीलचेयर की तलाश की मगर अस्पताल प्रशासन ने नहीं दिया। मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं अपने बेटे को अपने स्कूटर पर लिफ्ट के अंदर ले जा सकता हूं। तब उन्होंने मुझे अनुमति दी। अब इन लोगों ने मेरी स्कूटर की चाबी ले ली है।