परीक्षा छूटने वाली ही थी तभी छात्रों के लिए देवदूत बनकर आई पुलिस, कहानी ऐसी कि सैल्यूट करेंगे आप
पुलिसवाले वालों ने ऐसा काम ही किया है। अब सीधे खबर पर आते हैं और आपको बताते हैं कि क्या है पूरी कहानी? जिसके बाद पुलिसवालों को आप सलाम करेंगे।
पुलिस का नाम सुनते ही आप डर जाते हैं। पुलिस से क्यों डरते हैं? पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए हैं। हमें जहां जरूरत होती है, हमारे लिए खड़े हो जाते हैं। अब हम कुछ पुलिसकर्मियों के लिए सभी पुलिसकर्मियों को दोष नहीं दे सकते है ना। कुछ ऐसे भी पुलिस अफसर सामने आते हैं, जिन्हें देखकर दिल खुश हो जाता है। सोशल मीडिया पर आपने भी कई ऐसे पुलिस अफसर देखे होंगे, जो बेहतरीन काम कर रहे हैं। इन दिनों से सोशल मीडिया पर ऐसे ही पुलिसकर्मियों की चर्चा खूब हो रही है। अब चर्चा होनी भी चाहिए, पुलिसवाले वालों ने ऐसा काम ही किया है। अब सीधे खबर पर आते हैं और आपको बताते हैं कि क्या है पूरी कहानी? जिसके बाद पुलिसवालों को आप सलाम करेंगे।
ऑटोरिक्शा हुआ खराब तो पुलिस ने बढ़ाई हाथ
आज हम आपको एक साथ दो खबरें बताएंगे। तो हम आपको सबसे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के बारे में बताते हैं। ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके में दो-तीन दिन पहले हुई इस घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। बीते शनिवार सुबह करीब सवा नौ बजे दो सिपाही ड्यूटी खत्म कर घर जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि पांच लड़कियां और एक लड़का स्कूल यूनिफॉर्म में सड़क के किनारे खड़े हैं। यह देख पीसीआर कमांडर ने खड़े होने का कारण पूछा तो छात्रों ने जवाब दिया कि उनका ऑटोरिक्शा खराब हो गया है।
छात्रों ने आगे बताया कि उनकी बोर्ड की परीक्षा है, दूसरे ऑटो का इंतजार कर रहे हैं लेकिन नहीं मिल रहा है। जिसके बाद यूपी पुलिस के जवानों ने बिना देरी किए तुरंत बच्चों को परीक्षा केंद्र पर अपनी गाड़ी से छोड़ दिया। छात्रों ने पुलिसकर्मियों का आभार जताया। इस काम के लिए हर कोई यूपी पुलिसकर्मियों की तारीफ कर रहा है। वहीं, अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों की तारीफ की है।
दादाजी की निधन होने पर परीक्षा में हुई लेट
दूसरी खबर कोलकाता पुलिस से जुड़ी है। जहां एक इंस्पेक्टर ने सभी लोगों का दिल जीत लिया। इस इंस्पेक्टर ने एक बच्ची को परीक्षा केंद्र तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया। आपको बता दें कि कोलकाता पुलिस के इंस्पेक्टर सौविक चक्रवर्ती राजा कटरा के पास स्टैंड रोड पर पेट्रोलिंग कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें एक रोती हुई लड़की दिखाई दी। बच्ची रो रही थी और सबसे मदद मांग रही थी लेकिन कोई नहीं सुन रहा था।
फिर सौविक पास पहुंचे और लड़की से पूछा कि क्या बात है, तो लड़की ने बताया कि घर में दादाजी का निधन हो गया है और सभी लोग अंतिम संस्कार में गए हुए हैं। इसलिए परीक्षा के लिए देर हो गई है। हालात को देखते हुए पुलिसकर्मी ने लड़की को अपनी सरकारी गाड़ी में बिठाया और ट्रैफिक कंट्रोल रूम से बात कर ग्रीन कॉरिडोर बनवा लिया। कोलकाता पुलिस के जवान ने समय से बच्ची को परीक्षा केंद्र पर पहुंचा दिया। इसके बाद लड़की को बेस्ट ऑफ लक कहा। सौविक ने जो किया, अपने आप में काबिले तारीफ है।