कई लोग जेल में अपनी सारी जिंदगी गुजार देते हैं। भारत में ऐसे कई जेल हैं जिसमें कई लोग अपनी सजा काटते-काटते बुजुर्ग हो गए हैं। जब ये बुजुर्ग अपनी सजा पूरी कर लेते हैं तो उन्हें उनके घर लौटने दिया जाता है। कभी-कभी तो कोर्ट के आदेश पर एक साथ कई बुजुर्गों को जेल से रिहा किया जाता है। कई बुजुर्गों के जेल से छूटने के बाद उनके परिजन उन्हें लेने जेल पहुंचते हैं लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जिनका उस उम्र के पड़ाव तक कोई नहीं होता। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा जिसे देख आप भी भावुक हो जाएंगे।
जेल से छूटने के बाद बुजुर्ग को कोई भी लेने नहीं पहुंचा
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक 98 साल के बुजुर्ग को जेल से रिहा किया गया है। बुजुर्ग ने अपनी सारी जिंदगी जेल में ही काटी है जिसके बाद 98 साल की उम्र में उसे जेल से रिहा किया गया है। जेल से रिहा करते वक्त बुजुर्ग को लेने के लिए कोई नहीं आया। पता नहीं उस बुजुर्ग के पास अपना कोई परिवार है भी या नहीं। उम्र के इस पड़ाव में बुजुर्ग को ले जाने के लिए कोई नहीं आया। जिसके बाद जिला जेल अधीक्षक शशिकांत मिश्र ने उस बुजुर्ग को उसके सारे समान वापस करते हुए अपनी गाड़ी से उन्हें घर भेजा। जेल अधीक्षक ने बुजुर्ग को उसके साढ़े 9 हजार रुपए वापस करते हुए पूछा कि आपको कोई लेने नहीं आया। तो बुजुर्ग ने अपना सिर हिलाते हुए ना में जवाब दिया। वीडियो में लिखे कैप्शन के अनुसार मामला अयोध्या जेल का बताया जा रहा और बुजुर्ग का नाम रामसूरत बताया जा रहा है।
इस भावुक कर देने वाले वीडियो को DG PRISONS U.P के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया था और कैप्शन में लिखा था,'परहित सरिस धर्म नहीं भाई। 98 वर्षीय रामसूरत जी की रिहाई पर लेने कोई नहीं आया। अधीक्षक जिला जेल अयोध्या शशिकांत मिश्र पुत्रवत अपनी गाड़ी से घर भेजते हुए।' खबर लिखे जाने तक इस वीडियो पर 5 हजार से ज्यादा व्यूज और 500 से भी ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं। वीडियो के वायरल होने के बाद कई यूजर्स कमेंट कर जेल अधीक्षक की तारीफ कर रहे तो कई लोग उन्हें मानवता की मिशाल पेश करने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं।