अगर आज आपने ट्विटर खोला होगा तो आपनो देखा होगा कि आज सुबह से ही #क्षत्रिय_बिना_राम_मंदिर_कैसे कीवर्ड ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड को लेकर अब तक कुल 31 हजार पोस्ट किए जा चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कीवर्ड क्यों ट्रेंड कर रहा है। नहीं तो चलिए हम आपको बता देते हैं इसके पीछे की वजह क्या है। हमने सोशल मीडिया पर छानबीन की तो एक्स पर पोस्ट किए गए तस्वीरों और वीडियोज़ से पता चला कि यह कीवर्ड सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए देश के राजपूत समाज द्वारा ट्रेंड करवाया जा रहा है।
ट्रेंड हो रहा #क्षत्रिय_बिना_राम_मंदिर_कैसे
एक्स पर किए गए पोस्ट्स में ये साफ तौर पर लिखा हुआ है कि ‘धर्म के रक्षक के रूप में, क्षत्रिय उस निरीक्षण से निराश हैं, जिसने उन्हें राम मंदिर में भगवान राम की विरासत से बाहर कर दिया।’ इन पोस्ट से येभी पता चलता है कि राजपूत समाज का विरोध मंदिर को लेकर नहीं है, बल्कि उसमें बनाई गई संस्था को लेकर है। #क्षत्रिय_बिना_राम_मंदिर_कैसे के साथ किए गए पोस्ट्स में ये भी सवाल किया गया है कि ‘श्री राम उनके वंशजों के बिना कैसे आएंगे।’ वहीं, कुछ अन्य पोस्ट्स पर लोगों ने ये सवाल किया है कि ‘भगवान श्री राम मंदिर ट्रस्ट में क्षत्रियों को जगह क्यों नहीं? यह राजनीति नहीं तो क्या है'।
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