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Hindi News वायरल न्‍यूज फिलिस्तीन के पक्ष में मिया खलीफा ने किया ट्वीट, ट्विटर पर यूजर्स ने लगा दी क्लास

फिलिस्तीन के पक्ष में मिया खलीफा ने किया ट्वीट, ट्विटर पर यूजर्स ने लगा दी क्लास

इजराइल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। इजरायल और गाजा में लाशों के ढेर लगे हुए हैं। इस बीच कुछ लोग इजरायल के पक्ष में तो कुछ फिलिस्तीन के पक्ष में बोल रहे हैं।

mia khalifa- India TV Hindi Image Source : FILE मिया खलीफा

Israel: दुनिया अभी युक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध की विभीषिका झेल रही थी। वहीं अब इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध छिड़ गया है। शनिवार 07 अक्टूबर की सुबह फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर हमला बोल दिया। इस हमले में दोनों तरफ के 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग घायल हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हमास जिस शहर गाजा से हमला कर रहा है, वह उस शहर को मिटटी में मिला देंगे। हमास के इस बर्बर हमले की तमाम लोग आलोचना कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग फिलिस्तीन के पक्ष में भी खड़े हैं। इन्हीं में से एक हैं मिया खलीफा, जिन्होंने फिलिस्तीन के पक्ष में सोशल मीडिया पर लिखा।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यदि आप फ़िलिस्तीन की स्थिति को देख सकते हैं और फ़िलिस्तीनियों के पक्ष में नहीं हैं, तो आप ग़लत पक्ष का साथ दे रहे हैं और इतिहास समय आने पर आपको यह दिखाएगा।" उनके इस ट्वीट के बाद तमाम लोगों ने उनकी आलोचना करना शुरू कर दी। एक यूजर्स ने लिखा कि आपने शायद यह ट्वीट करने से पहले हमास के द्वारा की गई बर्बरता को नहीं देखा। आप शायद गलत पक्ष में खड़ी हैं और इतिहास आपको आईना दिखाएगा। वहीं कुछ यूजर्स ने लिखा कि इस ट्वीट के लिए मिया को पैसे मिले हैं। 

नेतन्याहू ने कहा, ‘ऐसी कीमत वसूलेंगे…’

इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ‘हम युद्धरत हैं।’ नेतन्याहू ने साथ ही दावा किया कि हमास इस हमले की ‘ऐसी कीमत चुकाएगा, जैसा उसने सोची भी न होगी।’ शनिवार को बाद में शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक में नेतन्याहू ने कहा कि पहली प्राथमिकता दुश्मन घुसपैठियों से इलाके को खाली कराना, फिर 'दुश्मन से भारी कीमत वसूलना' और अन्य क्षेत्रों को मजबूत करना है ताकि कोई अन्य आतंकी गुट इजरायल से टकराने की सोच भी न सके। बता दें कि इजरायल में यह हमला सिमचैट टोरा के दिन हुआ, खुशी वाला ऐसा दिन जब यहूदी ‘टोरा स्क्रॉल’ पढ़ने का वार्षिक चक्र पूरा करते हैं।