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Hindi News वायरल न्‍यूज इस शख्स की मुर्गियां देती हैं हरे रंग के जर्दी वाले अंडे, जानिए आखिर ऐसा क्यों होता है

इस शख्स की मुर्गियां देती हैं हरे रंग के जर्दी वाले अंडे, जानिए आखिर ऐसा क्यों होता है

केरल के एक गांव में रहने वाले शख्स की मुर्गियां हरे रंग के जर्दी वाले अंडे दे रही हैं। इसका पता लगाने के लिए देश-दुनिया के वैज्ञानिकों ने रिसर्च किया और इसके पीछे का रहस्य बताया।

केरल में एक शख्स की मुर्गियां हरे रंग के जर्दी वाले अंडे दे रही हैं।- India TV Hindi केरल में एक शख्स की मुर्गियां हरे रंग के जर्दी वाले अंडे दे रही हैं।

अंडे हमारे डेली लाइफ के डाइट में शामिल होते हैं। आपने अब तक अंडे के अंदर वाले जर्दी का रंग पिला ही देखा होगा। लेकिन एक शख्स की मुर्गियां ऐसी हैं जो हरे रंग के जर्दी वाले अंडे दे रही हैं। केरल के मल्‍लापुरम स्थित उथुकुंगल गांव में रहने वाले शिहाबुद्दीन की मुर्गियां हरे रंग की जर्दी वाले अंडे देती हैं। आप भी सोच में पड़ गए होंगे न कि आखिर ऐसा कैसे हो गया मुर्गियां कब से हरे रंग की जर्दी वाले अंडे देने लगीं। इस घटना के बाद दुनिया भर के लोग इस पर रिसर्च करने आएं और इसके पीछे का कारण बताया। आपको भी इसके पीछे का कारण जानना है तो इस खबर को पूरा पढ़िए। 

मुर्गियों ने दिया हरे रंग के जर्दी वाले अंडे

दरअसल, शिहाबुद्दीन के पास 6 मुर्गियां हैं। इनमें से जब पहली मुर्गी ने अंडे दिए तो अंडे के अंदर वाला जर्दी हरे रंग का निकला। यह देखकर शिहाबुद्दीन और उसका परिवार चौंक गया। शीहाबुद्दीन ने बताया कि पहले तो हमें लगा कि अंडा खराब है। यह सोचकर हमलोगों ने अंडे को फेंक दिया। लेकिन जब दूसरी बार भी अंडा वैसा ही निकला तो वह समझ गए कि मुर्गी ऐसे ही अंडे दे रही है। जब हमलोगों ने अंडे को बॉयल किया तो भी जर्दी हरा का हरा ही रहा। ऑमलेट बनाया वह भी हरा ही बना।  फिर हमलोगों ने अंडो को वैसे ही छोड़ दिया। जब उन अंडों से चूजे निकले तो वे बिल्कुल तंदरूस्त थे। फिर हमलोंगों ने उन अंडों को खाना शुरू किया। 

Image Source : IndiaTVए. शीहाबुद्दीन

तो इसलिए मुर्गियां दे रहीं थी हरे रंग के जर्दी वाले अंडे

कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर इन हरे जर्दी वाले अंडों की तस्वीर वायरल हुई तो देश-विदेश से कई लोग इस बारे में पता लगाने आएं। केरल के वेटरीनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी (KVASU) ने एक स्टडी में बताया कि इन मुर्गियों को कुछ खास तरह का खाना खिलाया गया था, जिसकी वजह से इन अंडों की जर्दी हरे रंग की है। अब तक जो पता लगाया गया है उसके अनुसार यह हो सकता है कि इन मुर्गियों को हरे रंग का चारा खिलाया गया हो। बाद में पता चला कि शीहाबुद्दीन इन मुर्गियों को कुछ खास नहीं खिलाते थे। वे अपनी मुर्गियों को पौधों के हरे पत्ते, केले के हरे पत्‍ते, हल्‍दी और पालक खिलाते थे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह उन मुर्गियों को  चावल, गेहूं और नारियल का पल्‍प भी खिलाते थे।

इसलिए होता है अंडों के जर्दी का रंग पीला

आपको हम बता रहे हैं कि आखिर अंडों के जर्दी का रंग पिला ही क्यों होता है। अंडों के जर्दी का रंग पिले होने की वजह केरोटेनॉइड्स (Carotenoids) है।  यह एक तरह का पिग्‍मेंट होता है, जिसकी वजह से सब्जियों, फलों और अंडों का रंग लाल, पिला और हरा होता है। इन पिग्‍मेंट की वजह से ही सुर्य की रोशनी में भी सब्जियां हरे रंग की ही रहती हैं। वह पककर पीली नहीं होतीं। मुर्गियों के अंदर यह पिग्मेंट उनके खाने की वजह से पहुंचता है। जर्दी का रंग का बदलना तभी संभव है जब फैट में केरोटेनॉइड्स इकट्ठा हो जाता है। अंडे की जर्दी का एक तिहाई हिस्सा फैट ही होता है।