A
Hindi News वायरल न्‍यूज ना नर है ना ही मादा, सौ साल बाद दिखी दुनिया की सबसे अनोखी चिड़िया

ना नर है ना ही मादा, सौ साल बाद दिखी दुनिया की सबसे अनोखी चिड़िया

वैज्ञानिकों को 100 साल बाद एक ऐसा पक्षी दिखा जिसे विलुप्त मान लिया गया था। ये पक्षी ना तो नर है और ना ही मादा है।

इस पक्षी को 100 साल बाद...- India TV Hindi Image Source : SOCIAL MEDIA इस पक्षी को 100 साल बाद देखा गया।

क्या आपने कभी सुना है कि पक्षियों में भी ट्रांसजेंड़र होते हैं। जो ना तो पूरी तरह नर होते हैं और ना ही पूरी तरह मदा। हालांकि वैज्ञानिकों ने ऐसी खासियत कई कीड़ो के अंदर ढूंढ निकाले हैं लेकिन पक्षियों की बात करें तो ऐसा होना बहुत ही दुर्लभ है। लेकिन हाल में ही वैज्ञानिकों को एक ऐसी चिड़िया मिली है जो कि न तो पूरी तरह नर है और ना ही मादा। इसके अंदर नर और मादा दोनों के गुण पाए जाते हैं। 

सालों बाद दिखा ऐसा पक्षी

विज्ञान के अनुसार, ऐसे जीवों को ‘gynandromorph’ कहा जाता है। फिलहाल जो चिड़िया देखी गई है वो सौ साल पहले हुआ करती थी जिसे विलुप्त मान लिया गया था। इस पक्षी का नाम म्युटेंट हनीक्रीपर है। इस चिड़िया को एक बार फिर से कोलंबिया में देखा गया। चिड़िया को पिछले साल ही एक बर्डवॉचर ने देखा था और इसकी तस्वीर खींची थी। बर्डवॉचर ने उस चिड़िया की फोटो न्यूजीलैंड के ओटागो यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के साथ शेयर किया था। जब रिसर्चर्स ने इस पर गहन अध्यन किया तो पता चला कि इस चिड़िया को सौ साल पहले ही विलुप्त घोषित कर दिया गया था लेकिन अब इतने सालों के बाद इसे फिर से स्पॉट किया गया है।

Image Source : Social Mediaइस पक्षी को 100 साल बाद देखा गया।

वैज्ञानिकों के मुताबिक इस पक्षी को सौ सालों तक नहीं देखा गया था और अब इस तस्वीर को देखने के बाद वे इस बात को कंफर्म कर रहे हैं कि ये एक म्युटेंट हनीक्रीपर है। इस पक्षी के मिक्स कलर से ये और भी साफ हो जाता है कि ये वही पक्षी है।  बता दें कि आमतौर पर ‘gynandromorph’ लोब्स्टर्स, क्रैब्स, स्पाइडर्स आदि में पाए जाते हैं। इनमें ऐसे कई क्रीचर्स हैं जो आधे मेल और आधे फीमेल होते हैं लेकिन पक्षियों में ऐसा न के बराबर देखने को मिलता है। 

ये भी पढ़ें:

शख्स के शरीर पर लगातार दो बार गिरी बिजली, फिर भी बच गई जान, देखें ये वायरल Video

लो भाई अब Parle-G भी हो गया फूड एक्सपेरिमेंट का शिकार, Video देखने के बाद लोगों का फूटा गुस्सा