यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र अपने वतन वापस आने लगे हैं। रूस के साथ छिड़े युद्ध के दौरान छात्रों को बेहद ही विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। जान बचाने के जुगत में 45 किलोमीटर लंबा सफर तय करते हुए धुंध और कड़ाके की ठंड में बिना खाए-पिए छात्रों की स्थिति बेहद खराब थी।
वहां तापमान काफी कम था और सीमा पर इंतजार कर रहे भारतीय छात्रों को ठिठुर कर तीन दिन वहीं गुजारने पड़े थे।
यूक्रेन से पोलैंड के रास्ते भारत लौटीं चाहत की मानें तो उन्होंने यूक्रेन की दहशत की जद में खुद को संभालते हुए -8 डिग्री सेंटीग्रेड की हाड़ गला देने वाली सर्दियों में 45 किलोमीटर का लंबा सफर तय किया। रास्ते में इस बात का संसय सताता रहा कि कहीं रूस की गोली बारी से बचे तो यूक्रेन की पुलिस के गुस्से का शिकार न हो जाएं।
यूक्रेन के पुलिस से बच बचा कर निकलने में चाहत ने कई खौफनाक मंजर देखे। जहां धक्का मुक्की में उन्हें कई चोटों का सामना करना पड़ा, तो कहीं ठंड न झेल पाए नाइजीरियाई साथी छात्र की मौत ने सिहरन पैदा कर दी।
इनसब के बावजूद दिल्ली वापस आने के बाद चाहत काफी खुश हैं और अपने माता-पिता से लिपट कर खुशी जाहिर करती रहीं।