पहली बार सियाचिन में लेडी ऑफिसर तैनात, आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर किया 'महिला शक्ति' को सलाम
ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय सेना ने किसी महिला को इतने खतरनाक पोस्ट पर तैनात किया है।
भारतीयसेना में कार्यरत महिला ने इतिहास रच दिया है। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की महिला कैप्टन शिवा चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र पर तैनात किया गया है। शिवा अब इस खतरनाक पोस्ट से दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगी और देश की सुरक्षा करेंगी। 15632 फीट ऊंचे कुमार पोस्ट पर शिवा की ड्यूटी लगाई गई है जो कि दुनिया की सबसे खतरनाक पोस्ट मानी जाती है। कुमार पोस्ट उत्तरी ग्लेशियर बटालियन का हेडक्वार्टर है।
शिवा के इस अदम्य साहस के लिए आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर उनका हौसला अफजाई किया है। उन्होंने लिखा, 'शिव शक्ति!हम उनके हौसले को सलाम करते हैं और उनकी सफलता और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने सियाचिन की बर्फ की गहराइयों में लैंगिक रूढ़ियों को दफन किया है।' आनंद महिंद्रा द्वारा किए गए इस ट्वीट पर अब तक 338.6K व्यूज़ और 8,052 लाइक्स आ चुके हैं। इसके अलावा शिवा के इस बहादुरी को यूजर्स भी सलाम कर उन्हें बधाई और उनकी सलामती के लिए दुआ दे रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने भी दी बधाई
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शिवा चौहान इस बहादुरी और जज्बे को सलाम करते हुए उन्हें बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा,'शानदार खबर, मुझे ये देखकर काफी खुशी हो रही है कि अधिक महिलाएं सशस्त्र बलों में शामिल हो रही हैं और हर चुनौती का डटकर सामना कर रही हैं। यह उत्साहजनक संकेत है। कैप्टन शिवा चौहान को मेरी शुभकामनाएं।'
भारतीय सेना ने ट्वीट कर दी जानकारी
3 जनवरी को भारतीय सेना की बटालियन फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने ट्वीट कर शिवा चौहान के इस उपलब्धि के बारे में दुनिया को रुबरु करवाया। सेना ने ट्वीट कर लिखा, 'फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में कठिन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कुमार पोस्ट में ऑपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने बहादुर अधिकारी की तस्वीरों के साथ खबर को ट्वीट किया है।
कौन हैं कैप्टन शिवा
भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के कैप्टन शिवा चौहान बंगाल सैपर हैं और राजस्थान की रहने वाली हैं। शिवा ने सिविल इंजीनियरिंग से अपना बैचलर्स कम्प्लीट किया था। वह सियाचिन ग्लेशियर में कई युद्ध इंजीनियरिंग कार्यों के लिए जिम्मेदार होंगी। चौहान को कठिन चढ़ाई के बाद 2 जनवरी को सियाचिन ग्लेशियर में शामिल किया गया। शिवा ने चेन्नई में आफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) की ट्रेनिंग ली है। मई 2021 में उन्हें भारतीय सेना की इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्त किया गया। 11 साल के उम्र में ही शिवा के पिता का निधन हो गया था लेकिन उनके हौसले कभी नहीं डगमगाए। उन्होंने जिंदगी की हर परीक्षा को पूरा किया और आज दुनिया के सबसे खतरनाक पोस्ट पर अपने देश के लिए डटकर खड़ी हैं।