आज तक आपने सुना होगा कि एक साल में सिर्फ 12 महीने होते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा भी देश है जहां पर 12 नहीं 13 महीने होते हैं। अफ्रीका में स्थित इस देश का नाम इथियोपिया है। ये देश ऑर्थोडॉक्स तेवाहिडो चर्च के आधिकारिक कैलेंडर को मानता है। इस कैलेंडर को रोमन चर्च ने 525 एडी में अमेंड किया था। ये अन्य पश्चिमी देशों की तरह ग्रिगोरियन कैलेंडर को फॉलो नहीं करता। इस वजह से इथियोपियाई कैलेंडर में एक वर्ष 13 महीने का होता है, जिसमें 12 महीने 30 दिन के होते हैं। अंतिम माह में 5 दिन और लीप वर्ष में 6 दिन होते हैं। यहां पर आखिरी महीने को पेग्यूम बोलते हैं। इथियोपियाई कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से 7 से 8 साल पीछे है।
यह एक सोलर कैलेंडर है
बता दें कि यहां माने जाने वाला कैलेंडर एक सोल कैलेंडर है। जो पृथ्वी द्वारा सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण परिक्रमा करने में लगने वाले समय पर आधारित है। इथियोपियाई कैलेंडर उन्हीं खगोलीय गणनाओं पर आधारित है जो आज के ग्रेगोरियन कैलेंडर और उसके पूर्ववर्ती जूलियन कैलेंडर के पीछे हैं। इथियोपियाई कैलेंडर कॉप्टिक और जूलियन कैलेंडर से निकटता से संबंधित है, लेकिन यह बिल्कुल समान नहीं है। जूलियन कैलेंडर की तरह, इथियोपियाई कैलेंडर में एक लीप वर्ष बिना किसी अपवाद के हर 4 साल में होता है। इस कैलेंडर के अनुसार, सदी की शुरुआत 11 सितंबर 2007 को हुई थी।
7 जनवरी को मनाया जाता है क्रिसमस
इथियोपियाई कैलेंडर में अंतर का मुख्य बिंदु यीशु के जन्म की तारीख है। जब 25 दिसंबर को दुनिया भर के ईसाई क्रिसमस मनाते हैं तो वहीं, इथियोपियाई लोग 7 जनवरी को क्रिसमस मनाते हैं।
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