अमेरिका के सुपर कंप्यूटर आईबीएम ने खोजा कोरोना वायरस का इलाज, जल्द बनेगी वैक्सीन!
अमेरिका के वैज्ञानिकों ने सुपर कंप्यूटर की मदद से एक केमिकल की खोज की है जिससे बनने वाली वेक्सीन कोरोना को काबू कर सकेगी।
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में अब तक करीब 9 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भारत में 195 से ज्यादा लोग संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। ये वायरस इसलिए भी पैनिक फैला रहा है क्योंकि अब तक इसका इलाज नहीं खोजा जा सका है। कोरोना पैनिक की खबरों के बीच अब एक अच्छी खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है अमेरिका में विशेषज्ञों ने इस वायरस का तोड़ खोज लिया है। वेक्सीन बनाने का काम हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना को मिटाया जा सकेगा।
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अमेरिका के वैज्ञानिकों ने एक सुपर कम्प्यूटर की मदद से एक ऐसा केमिकल खोज निकाला है जो कोरोना वायरस को फैलने से रोक सकता है। जिसके साथ ही माना जा रहा है कि दुनिया में फैली कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए जल्द ही यह केमिकल वेक्सीन का रूप लेगा।
अमेरिका में दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर आईबीएम ने 77 ऐसे ड्रग की खोज की है जिसका इस्तेमाल करके कोरोना वायरस को रोका जा सकेगा।
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शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के जीव को बांधने को मदद करने वाले 8000 तत्वों के यौगिकों के परीक्षण का विश्लेषण किया है। इससे मानव शरीर की कोशिकाओं में इस वायरस के प्रसार को काफी हद तक रोका जा सकता है।
आपको बता दें कि भारत औऱ इजरायल समेत कई देश कोरोना वायरस का तोड़ और इलाज खोजने में जुटे हैं। उम्मीद की जा रही थी कि भारत में भी अगले छह से आठ हफ्तों में इस बीमारी का इलाज खोजा जा सकेगा।
अपने देश में कोरोना वायरस के कहर की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत के कुल 195 कोरोना वायरस मामलों में 20 लोग ऐसे भी हैं जो या तो ठीक हो चुके हैं या फिर उनमें इलाज के बाद कोरोना वायरस के लक्ष्ण नहीं दिखे हैं। हालांकि 4 मामले ऐसे भी हैं जहां कोरोना वायरस के पीड़ित की मौत हो चुकी है।