मां के मरते ही इस महिला ने किराए पर रख ली 'नकली मां' 13 साल बाद खुला राज..
मां के लिए लोग क्या क्या नहीं कर डालते। लेकिन एक महिला ने अपनी नानी के लिए वो कर डाला जो आप कल्पना भी नहीं कर सकते।
फिल्मों में आपने देखा होगा कि प्रेमी या प्रेमिका नकली मां बाप को लेकर रिश्ते के लिए जाते हैं और देर सवेर इन नकली मां बाप का राज खुल जाता है। आप फिल्म में नकली मां बाप की असलियत खुलते देखकर हंसे होंगे लेकिन असल जिंदगी में एक महिला ने 13 साल तक नकली मां को किराए पर रखा। जी हां, यकीन करना मुश्किल है लेकिन ये सच है कि उस महिला ने 13 साल तक एक औरत को इसलिए सैलरी दी ताकि वो रोज उसकी मां बनकर एक फोन करती रहे। हो सकता है कि इस मामले पर आगे जाकर फिल्म बन जाए लेकिन आजकल ये भावुक कर देने वाली खबर काफी चर्चा में है।
डेली स्टार के मुताबिक हैरान कर देने वाला ये मामला चीन के Shaanxi प्रांत का है। यहां 46 साल की चेंग जिंग ने एक महिला को किराए पर रखा जो उसकी मां बनकर उसकी नानी से बात करती थी। चेंग की मां का निधन लंग कैंसर से हो गया था और वो अपनी मां यानी चेंग की नानी की एकलौती औलाद थी। अब बेटी के निधन की खबर सुनकर नानी टूट न जाएं इसलिए चेंग ने मां के निधन के बाद एक ऐसी महिला को हायर किया जिसकी आवाज उसकी मां से मिलती थी।
ये महिला रोज चेंग की मां के रूप में चेंग की नानी को फोन करती और हाल चाल पूछती। इससे नानी को विश्वास रहता कि उनकी एकलौती औलाद खुश है औऱ ठीक ठाक है। कई बार नानी ने चेंग की नकली मां से मिलने की बात करी लेकिन चेंग ने बहाने बनाकर उन्हें मिलने से रोक दिया।
जब पहली बार किराए की मां ने नानी को फोन किया तो नानी ने कहा कि ये उनकी बेटी की आवाज नहीं है, तब चेंज ने उन्हें बहाना बनाकर कहा कि मां ही हैं, खांसी और जुकाम के चलते उनकी आवाज बदल गई है।
फोन का ये सिलसिला 13 साल तक चलने के बाद तब टूटा जब चेंज की नानी का 100 साल की उम्र में निधन हो गया। यानी चेंग की नानी आखिर के 13 साल इस बात से बेखबर रही कि उनकी बेटी की मौत हो चुकी है।
चाइना डेली को चेंग ने बताया कि उसके नाना की मौत 30 साल की उम्र में हो गई थी। चेंग की मां नानी की एकलौती औलाद थी और उन्होंने बड़े ही प्यार से चेंग की मां का पालन पोषण किया था। वो चेंग की मां को लेकर बहुत सेंसेटिव थी। हमेशा उन्हें चेंग की मां की चिंता लगी रहती थी। खुद इतनी बुजुर्ग होने के बावजूद वो रोज चेंग की मां को फोन करके हाल चाल पूछा करती थी।
लेकिन जब 69 साल की उम्र में चेंग की मां का लंग कैंसर के चलते निधन हो गया तो चेंग को सबसे ज्यादा चिंता अपनी बुजुर्ग नानी की हुई जिनका एकमात्र सहारा चेंग की मां थी। चेंग को डर लगा कि मां के निधन की खबर सुनकर नानी टूट जाएंगी औऱ हो सकता है कि कहीं प्राण न छोड़ दें।
इसलिए चेंग ने फैसला किया और एक महिला को खोजकर नौकरी पर रखा। इसकी आवाज उसकी दिवंगत मां से मिलती थी। इस महिला को हर माह पैसे मिलते थे ताकि वो रोज चेंग की नानी से फोन पर उनकी बेटी बनकर बात कर सके।
चेंग ने बताया कि ऐसा नहीं कि केवल वो ही इस राज को जानती थी। परिवार के अन्य सदस्य भी ये राज जानते थे और नानी की बेहतरी की खातिर किसी ने मुंह नहीं। अपने 100वें जन्मदिन से 2 महीने पहले चेंग की नानी का निधन हुआ और उसके बाद जाकर ये बात सबके सामने आई। यानी चेंग की नानी को मरते दम तक पता नहीं चला कि उनकी बेटी का निधन हो चुका है।
पारिवारिक प्रेम और भावुकता भरी ये खबर लोगों को संवेदना से भर रही है। खासकर मां बेटी के प्यार की मिसाल बनी ये खबर दूसरों के लिए भी सबक है।