इटली में मिला गुमशुदा गांव, 70 साल पहले झील में हो गया था दफन
दशकों पहले बांध बनाए जाने के कारण ये गांव झील में दफन हो गया था। अब झील का पानी कम हुआ तो लोगों को गांव के घर दिखने लगे।
इंसान विकास के लिए हर तरह से कोशिश करता है। लेकिन कई बार ये कोशिशें कुर्बानी मांगती हैं। कुछ ऐसा ही इटली में एक गांव के साथ हुआ, जो विकास के लिए बन रहे बांध की भेंट चढ़ गया। जी हां, इटली में एक झील के किनारे 70 साल पुराना गांव मिला है, जो एक बांध के चलते नष्ट हो गया था। इस गुमशुदा गांव के बारे में 1950 के बाद से किसी के पास कोई जानकारी नहीं थी। गांव मिलने के बाद यहां के रहन सहन पर तेजी से रिसर्च शुरू हो गई है और साथ ही सोशल मीडिया पर इस गांव की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
इटली में मिले इस गांव का नाम क्यूरोन है। सालों पहले क्यूरोन इटली दक्षिण टायरॉल के पश्चिमी हिस्से में बनी एक आर्टिफिशियल झील की जगह पर था। यहां बिजली परियोजना के लिए एक बांध बनाया गया था जिसके चलते पूरा गांव कृत्रिम झील में डूब गया। यह झील रेसचेन दर्रे (Reschen Pass) से लगभग 2 किमी साउथ में है। खास बात ये है कि आस पास के इलाकों में रहने वालों लोग इसे भूत गांव कहते हैं। जब कभी झील का पानी कम होता है तो झील में डूबे इस गांव में बने घर दिखने लगते हैं।
इस बार भी जब लेक रेसिया झील का पानी कम हुआ तो गांव के कई घर दिखने लगे। इस गांव में 14वीं सदी का एक चर्च भी था, जिसकी मीनार पानी कम होते ही दिखने लगती है। इस बार मीनार पूरी दिखने लगी तो गांव के सभी घर एकाएक दिखने लगे। दशकों से पानी के अंदर रहे ये मकान जब दिखे तो लोग एकबारगी डर गए। फिर इन डरावने घरों के चलते इसे घोस्ट विलेज कहा जाने लगा। कहा जा रहा है कि इस गांव में करीब 150 घर थे और यहां कई परिवार रहते थे। लेकिन जब बिजली परियोजना के लिए बांध बनाया गया तो आस पास की दो झीलों को मिला दिया गया और बीच में आया ये गांव पूरी तरह डूब गया।
सोशल मीडिया पर इस गांव की तस्वीरें वायरल हो रही है। कोई इन्हें देखकर डर रहा है तो कोई इसे इंसानी क्रूरता की निशानी कह रहा है। कुछ लोगों ने इस गांव की तुलना भारत के टिहरी से कर दी है।