कोरोना काल में जहां लॉकडाउन की संभावना लोगों को चिंता में डाल रही है वहां गरीब और बुजुर्गों का भी बुरा हाल है। रोजगार छिनने की वजह से लोग भूखे होकर सड़कों पर आने को मजबूर हो गए हैं। गरीब बेसहारा बुजुर्ग लोग जो सड़कों पर बेसहारा घूमने के लिए छोड़ दिए गए हैं। जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीम। ऐसे लोगों की मदद भी की जाती है लेकिन कुछ लोगों का स्वाभिमान आज भी जिंदा है। ऐसा ही एक भावुक कर देने वाला नजारा सोशल मीडिया पर दिखा तो लोग आंसू रोक नहीं पाए।
ये वीडियो सड़क किनारे दयनीय स्थिति में बैठी एक बुजुर्ग अम्मा का है। इसकी स्थिति देखकर लग रहा था मानों परेशान बेसहारा को खाने पीने की जरूरत है। अम्मा को यूं मायूस बैठे देखकर एक शख्स का दिल पसीज गया और उसने अम्ंमा को पानी की बोतल और खाना दिया। खाना मिलने के बाद अम्मा भावुक हो गई औऱ उनकी आंखों से आंसू निकल आए। लेकिन खुद्दारी देखिए, अम्मा ने तुरंत पोटली से पैसे निकाले और खाने की एवज में शख्स को देने लगी। शख्स ने मना कर दिया तो अम्मा खुश हो गई।
इस वीडियो को सेव ह्यूमेनिटी नामक संगठन ने शूट किया था जिसे आईपीएस दीपांशू काबरा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया। कुछ ही समय में इसे हजारों लोगों ने देखा और हजारों लाइक्स मिलने लगे। एक तरफ इस वीडियो को देखकर जहां लोगों को मानवता पर विश्वास बढ़ा है वहीं दूसरी तरफ ऐसे बुजुर्गों को हाशिए पर छोड़ने वाले उनके बच्चों को भी लोग लानत मलानत भेज रहे हैं।
कई यूजर ने पेशकश की है कि अम्मा का पता दिया जाए ताकि उनकी मदद की जा सके। कुछ लोग कह रहे हैं कि इन्हें वृद्धाश्रम भेजा जाए ताकि इनकी सही देखभाल हो पाए। अम्मा के स्वाभिमान की तारीफ करने वालों की भी काफी संख्या है।