एक कहावत है, 'चिराग तले अंधेरा', ऐसा ही प्रतीत होता है ये जानकर कि दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला अपने ही देश में है। लेकिन, अबत क इसका क्रेडिट जापान को मिलता आया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस महिला को ये नहीं पता कि वो दुनिया कि सबसे उम्रदराज महिला है। जी हां, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला के होने की जानकारी की मिली है। आधार कार्ड में इस बुजुर्ग महिला की उम्र 130 है।
इस बात का पता तब चला जब ये महिला 21 जनवरी को बिलासपुर के पपलाह गांव में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने पहुंचीं। इस दौरान आधार कार्ड से इस महिला की उम्र के बारे में पता चला। उनके आधार कार्ड पर जन्म तिथि का वर्ष 1890 अंकित है। पपलाह की मंशा देवी की जन्मतिथि देखकर हर कोई दंग रह गया।
जानकारी के मुताबिक इस महिला के छह बच्चे थे। जिनमें दो की मौत हो चुकी है। इसके अलावा परिवार में कोई ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं है। यही वजह है कि उनकी उम्र को लेकर किसी ने कोई जिक्र नहीं किया और ना ही प्रशासन की इसपर नजर पड़ी। महिला के बडे़ बेटे की मौत 81 साल की उम्र में साल 2004 में हुई थी। वहीं बेटे से ढाई साल बड़ी एक बेटी थी, उसकी भी मौत हो चुकी है।
आधिकारिक रिकॉर्ड की बात करें तो दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला रूस की जीन केलिमेंट हैं। जिनका वर्ष 1997 में 122 साल की आयु में देहांत हुआ था। मौजूदा वक्त में 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में जापान की केन तनाका (118) का नाम सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के तहत दर्ज है।
बात सामने आने के बाद डीसी बिलासपुर रोहित जम्वाल ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि वास्तविकता जानने के लिए एसडीएम घुमारवीं को आदेश जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि महिला की उम्र से जुड़े तथ्यों की जांच करवाई जाएगी। अगर जिले में ऐसी महिला हैं तो वह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसका दावा करेंगे। अब देखने वाली बात ये होगी कि इस बाद पर मुहर कब लग पाती है?