कोरोना वायरस के चलते सभी राज्यों के स्कूलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर इसका असर ना पड़े इसलिए ऑनलाइन क्लासेज के जरिए पढ़ाई करवाई गई। ऑनलाइन क्लासेज का चलन बढ़ा तो इंटरनेट की खपत भी बढ़ी। ऐसे में उन इलाकों में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पढ़ी जहां मोबाइल टावर नहीं थे या फिर नेटवर्क नहीं आता था। इस दौरान सोशल मीडिया पर देश के अलग-अलग कोनों से बहुत सी तस्वीरें वायरल हुईं। जिनमें स्टूडेंट्स पेड़, पानी की टंकी, छत और पहाड़ियों पर बैठकर ऑनलाइन क्लास लेते दिखे। ताकि उन्हें बेहतर नेटवर्क मिल सके। ऐसा ही कुछ तेलंगाना की एक छोटी सी बच्ची का हाल है जो ऑनलाइन क्लास के लिए घर से 5 किलोमीटर दूर जाती है।
6 साल की बच्ची सरस्वती के गांव कोई मोबाइल टावर नहीं है। ऐसे में वो ऑनलाइन क्लास के लिए रोजाना 5 किलोमीटर की यात्रा करती है। तेलंगाना के मारीगुडा में स्थित उसके छोटे से गांव में कोई मोबाइल टावर टावर नहीं है। इसलिए, जब वो किसी नेटवर्क वाली जगह पर पहुंचती है तो पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करती है। सरस्वती के साथ उसके पिता भी जाते हैं ताकि उसे पढाई में कोई परेशानी ना हो। सरस्वती हर दिन पिता के साथ नेटवर्क की तलाश में जाती है।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक ट्विटर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए सरस्वती की कहानी बयां की है। कैप्शन में यूजर ने लिखा है- 'ऑनलाइन क्लास के लिए 6 साल की सरस्वती हर दिन पिता के साथ बाइक पर बैठकर नेटवर्क की तलाश में जाती है'। शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि नेटवर्क वाली जगह पर पहुंचने के बाद वह कैसे सड़क किनारे मौजूद एक पुलिया पर बैठकर पढ़ाई कर रही है।
बच्ची की परेशानी
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए जाने के बाद लोगों ने उसपर तरह-तरह के कमेंट और रिएक्शन दिए। छोटी बच्ची को पढ़ने के लिए इतनी परेशानी उठाता देखकर लोगों का दिल पिघल रहा है। वहीं कुछ लोगों ने पढ़ाई के लिए सरस्वती की लगन और जुनून की तारीफ भी की। बहुत से लोगों ने कहा कि यह दुखद है कि अब भी देश के कई इलाकों में लोग सिग्नल की समस्या से जूझ रहे हैं, जबकि भारत 5 जी की तरफ बढ़ रहा है।
पढ़िए लोगों के रिएक्शन-