A

तारक मेहता का उल्टा चश्मा में टप्पू और दादाजी ने गोकुल धाम छोड़ा

इधर जेठा लाल जिंदगी के मजे ले रहे हैं, उधर बेटा टप्पू और पिताजी चंपक को अपनी सोसायटी छोड़नी पड़ रही है।