यूपी चुनाव 2022: देवरिया के गन्ना किसानों ने क्यों छोड़ा खेती करना? | Public Opinion | EP. 128
Uttar Pradesh के Deoria District में 7 विधानसभा सीटें है. 2017 के Assembly Elections में BJP ने देवरिया की 7 विधानसभा सीटों में से 6 पर जीत हासिल की थी. वहीं एक सीट SP के खाते में गई थी. साल दर साल देवरिया में सरकार बदली नेता बदले. लेकिन यहां के किसानों की हालत आज भी जस की तस बनी हुई है. देवरिया किसी जमाने में गन्ना उत्पादन के लिए प्रदेशभर में मशहूर था. अपने अत्याधिक गन्ना उत्पादन के चलते इसे चीनी का कटोरा कहा जाता था. देवरिया में कभी 14 चीनी की मिले हुआ करती थी. लेकिन kushinagar जिला बनने के बाद यहां केवल छह चीनी मिल ही रह गई. बाकी सभी चीनी मिले कुशीनगर में चली गई. इन छह मिलों में से अधिकांश या तो बंद हो गई या फिर बिक गई. जिसका सीथा असर यहां के गन्ना किसानों पर पड़ा. गन्ने का खरीददार ना होने के चलते किसानों ने गन्ने की खेती से मुंह मोड़ लिया. हालत यह हो गई है कि आज यहां केवल pratappur में ही बजाज मिल चालू स्थिति में है. देवरिया का किसान आज भी इस आस में बैठा है कि कभी तो सरकार को उनकी याद आएगी और एक बार फिर से इलाके में गन्ना मिलों को लेकर कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा. चुनाव के इस माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की देवरिया के गन्ना किसानों के बीच पहुंचा. किसानों ने गन्ने की खेती और सरकार से उनकी अपेक्षाओं के बारे में अपने विचार हमारे साथ साझा किए.