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UP Election 2022 : आगरा में क्यों तेजी से घट रहा जूता कारोबार? | Public Opinion | EP. 47

चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों के लिए तारीखों का एलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश में इस बार 7 चरणों में चुनाव होगा. वहीं वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी. लेकिन इस चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम आगरा के जूता कारोबारियों के बीच पहुंचा. दरअसल, आगरा के जूता कारोबारी सरकार द्वारा जूते पर जीएसटी दर (GST %) 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने से नाराज चल रहे थे. शहर में करीब 5 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर से जूता उद्योग से जुड़े हुए हैं. देश में जूता कारोबार में आगरा की भागीदारी करीब 65% है. इसका सालाना टर्नओवर करीब 250 हजार करोड़ रुपये था. जो अब सिमट कर महज 20 करोड़ रह गया है. आगरा की लगभग 45 में से 35 फैक्ट्रियों पर ताले लटक गए हैं. इसके लिए जूता व्यापारी सरकार की नीतियों को दोषी मानते हैं. रही सही कसर बीते दो सालों में कोरोना संक्रमण ने पूरी कर दी. जिसके चलते छोटे जूता कारोबारी लगभग खत्म होने की कगार पर जा पहुंचे हैं.