एक्सपर्ट्स की मानें तो चीन के खिलाफ भारत को आक्रामक होने की जरूरत है
भारतीय सेना इस बात पर अडिग है कि गालवान और पैंगॉन्ग त्सो दोनों क्षेत्रों में चीन के अधिक क्षेत्र को हथियाने के प्रयास के कारण उसकी स्थिति नहीं बनेगी और वह अप्रैल में अस्तित्व में आने के लिए यथास्थिति बहाल करने का दबाव बना रहा है।